वित्तीय समावेश मौद्रिक नीति को मजबूती प्रदान करता है – माइकल देबब्रत पात्र | 265 kb |
स्वामित्व और सुशासन - डिजिटल नवाचारों के लिए भवन का निर्माण - श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 15 दिसंबर 2021 को मुंबई में टकसाल वार्षिक सम्मेलन में प्रस्तुत भाषण | 259 kb |
आर्थिक सुधार की रूपरेखा - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक का उद्घाटन भाषण - 16 नवंबर 2021 को मुंबई में 8वें एसबीआई बैंकिंग और अर्थशास्त्र कान्क्लेव में दिया गया | 231 kb |
दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (डीएसई) और इंडियन स्टेटिस्टिकल इंस्टीट्यूट (आईएसआई), दिल्ली द्वारा आयोजित ब्रिक्स अर्थव्यवस्थाओं में संवृद्धि और विकास पर सम्मेलन में माइकल देवव्रत पात्रा, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा दिया गया मुख्य भाषण | 257 kb |
12 नवंबर 2021 को माननीय प्रधान मंत्री द्वारा आरबीआई- रीटेल डायरेक्ट योजना और रिज़र्व बैंक-एकीकृत लोकपाल योजना का शुभारंभ - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा स्वागत भाषण |
वित्तीय संस्थानों का सुशासन और विवेकपूर्ण पर्यवेक्षण: हाल की पहल (श्री एम के जैन, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा संबोधन - 2 नवंबर 2021 - बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई शिखर सम्मेलन में) | 210 kb |
माइक्रो फाइनेंस: एम्पावरिंग ए बिलियन ड्रीम्स - श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा - 27 अक्तूबर 2021 को - सा-धन राष्ट्रीय सम्मेलन में "वित्तीय समावेशन को पुनर्जीवित करने" पर दिया गया उद्घाटन भाषण | 221 kb |
आधुनिक वित्तीय प्रणाली में लेखापरीक्षा की भूमिका - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा - 25 अक्तूबर 2021 को - नेशनल एकेडमी ऑफ ऑडिट एंड अकाउंट्स (एनएएए), शिमला में दिया गया भाषण | 227 kb |
चेसींग दी होराईज़न - श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा - 22 अक्तूबर 2021 को - सीआईआई एनबीएफसी शिखर सम्मेलन में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने में एनबीएफसी की भूमिका पर दी गई टिप्पणी | 285 kb |
भारत का पूंजी खाता प्रबंधन - एक आकलन- श्री टी रबी शंकर, उप गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा - 14 अक्तूबर 2021 को- पांचवें विदेशी मुद्रा व्यापारी संघ (FEDAI) के वार्षिक दिवस पर दिया गया भाषण | 269 kb |
दायित्वपूर्ण डिजिटल नवोन्मेष- मंगलवार, 28 सितंबर 2021 को श्री टी रबी शंकर, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा भाषण- ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल को संबोधन | 183 kb |
कोविड के बाद: एक मजबूत, समावेशी और टिकाऊ अर्थव्यवस्था की ओर - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक- द्वारा 22 सितंबर 2021, बुधवार को ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (AIMA) के 48 वें राष्ट्रीय प्रबंधन सम्मेलन में दिया गया मुख्य भाषण | 243 kb |
सुरक्षित रखने पर ध्यान दें (Heed to Heal) - जलवायु परिवर्तन उभरता वित्तीय जोखिम है (16 सितंबर 2021, गुरुवार को हरित और सतत वित्त पर CAFRAL आभासी सम्मेलन में श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा दिया गया मुख्य भाषण) | 332 kb |
मौद्रिक नीति : महामारी की परीक्षण – माइकल देवव्रत पात्र | 238 kb |
खाता संग्रहक के लिए नियामक ढांचा - आईस्पिरिट द्वारा 2 सितंबर 2021 को आयोजित आभासी कार्यक्रम के दौरान श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर की टिप्पणियाँ | 257 kb |
31 अगस्त 2021 को 21वें एफआईएमएमडिए-पीडीएआई (FIMMDA-PDA) वार्षिक सम्मेलन में मुख्य भाषण - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक | 204 kb |
26 अगस्त 2021 को सीएनबीसी एशिया, सिंगापुर के साथ साक्षात्कार - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक |
25 अगस्त 2021 को द हिंदू बिजनेस लाइन के साथ साक्षात्कार - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक |
सुशासन के माध्यम से भारत में एक अधिक लचीली वित्तीय प्रणाली का निर्माण- श्री महेश कुमार जैन, उप गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक - 18 जून 2021, शुक्रवार- को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में दिया गया भाषण | 209 kb |
केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी - क्या धन का भविष्य यह है?- श्री टी रबी शंकर, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक - 22 जुलाई 2021 गुरुवार – को विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी, नई दिल्ली द्वारा आयोजित वेबिनार में दिया गया मुख्य भाषण | 261 kb |
शुक्रवार, 16 जुलाई 2021 को फायनेंशियल एक्सप्रेस के साथ साक्षात्कार - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक |
वित्तीय समावेशन - अतीत, वर्तमान और भविष्य - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक- 15 जुलाई 2021, गुरुवार- को इकोनॉमिक टाइम्स फाइनेंशियल इनक्लूजन समिट में दिया गया उद्घाटन भाषण | 232 kb |
गुरुवार, 8 जुलाई 2021 को बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ साक्षात्कार - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक |
भारत में मुक्त (ओपन) बैंकिंग – एम. राजेश्वर राव | 319 kb |
नए दशक में वित्तीय क्षेत्र – शक्तिकान्त दास | 210 kb |
8 मार्च 2021 को द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया के साथ साक्षात्कार- श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक |
वृद्धि के लिए नए अवसरों का सृजन - शक्तिकांत दास | 299 kb |
24 फरवरी 2021 को सीएनबीसी टीवी-18 के साथ साक्षात्कार - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक |
एक स्थिर वित्तीय प्रणाली की ओर – शक्तिकान्त दास | 363 kb |
वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय रणनीति 2020-25 - शक्तिकान्त दास | 270 kb |
भारत में वित्तीय बाजार सुधारों को गति देना - शक्तिकान्त दास | 310 kb |
एनबीएफसी विनियमन – भविष्य पर विचार - एम. राजेश्वर राव | 316 kb |
कौन सी शक्तियाँ समुत्थान का वाहक बन सकती हैं? - शक्तिकांत दास | 337 kb |
बैंकों के लिए गहरे आत्ममंथन का समय: कोविड के बाद बैंकों का पुनरभिमुखीकरण - शक्तिकांत दास | 185 kb |
क्या भारतीय अर्थव्यवस्था में गतिमान परिवर्तन हो रहे हैं?- शक्तिकांत दास | 277 kb |
भारतीय अर्थव्यवस्था निर्णायक मोड़ पर: वित्तीय स्थिरता की दृष्टि से विवेचन – शक्तिकांत दास | 303 kb |
27 अप्रैल 2020 को कॉजेनसिस के साथ साक्षात्कार - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक |
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम: चुनौतिया और भावी दिशा - शक्तिकांत दास | 293 kb |
21 वीं सदी में बैंकिग परिदृश्य - शक्तिकांत दास | 272 kb |
19 फरवरी 2020 को इंडियन एक्स्प्रेस के साथ साक्षात्कार - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक |
एनआईबीएम स्वर्णजयंती समारोह माननीय राष्ट्रपति - श्री राम नाथ कोविंद | 153 kb |
भारत की मौद्रिक नीति के सात यगु - शक्तिकांत दास | 275 kb |
भारत में समावेशी विकास की ओर यात्रा - शक्तिकांत दास | 246 kb |
$5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था: आकांक्षा से कार्रवाई तक - शक्तिकांत दास | 269 kb |
23 दिसंबर 2019 को द हिन्दू के साथ साक्षात्कार - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक |
ग्रामीण और कृषि वित्त: समावेशी और दीर्घकालिक विकास प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी - एम.के.जैन | 219 kb |
वित्तीय समावेशन के अगले दौर में सूक्ष्म वित्त - एम.के.जैन | 226 kb |
चौराहे पर भारतीय बैंकिंग: कुछ विचार - शक्तिकांत दास | 243 kb |
बैंकों में अनुपालन कार्यप्रणाली संबंधी विनियामकीय और पर्यवेक्षी प्रत्याशाएं - एम.के.जैन | 188 kb |
भारत के बाह्य क्षेत्र की सुदृढ़ता के आयाम - शक्तिकान्त दास | 224 kb |