वित्तीय सेवाओं के बदलते परिप्रेक्ष्य में ग्राहक सेवा में उत्कृष्टता - 28 अक्टूबर, 2022 को जोधपुर में आयोजित भारतीय रिजर्व बैंक लोकपाल वार्षिक सम्मेलन में गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक श्री शक्तिकांत दास का उद्घाटन भाषण | 207 kb |
समावेशी ऋण: अगला लक्ष्य - एम. राजेश्वर राव | 234 kb |
वित्तीय बाजार सुधार: दृष्टिकोण और अपेक्षाएं - शक्तिकांत दास | 220 kb |
भारत में कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार – चुनौतियां और संभावनाएं - टी. रबी शंकर | 569 kb |
दक्षिण एशिया में मुद्रास्फीति की गतिशीलता - माइकल देबब्रत पात्र | 217 kb |
75वें वर्ष में भारत - माइकल देबब्रत पात्र | 3378 kb |
भविष्य की बैंकिंग - शक्तिकान्त दास | 259 kb |
मुद्रास्फीति का वैश्वीकरण और मौद्रिक नीति का संचालन - शक्तिकांत दास | 300 kb |
वार्षिक सांख्यिकी दिवस सम्मेलन में उद्घाटन भाषण - शक्तिकांत दास | 224 kb |
भू-राजनीतिक प्रभाव विस्तार और भारतीय अर्थव्यवस्था - माइकल देबब्रत पात्र | 300 kb |
भविष्योन्मुखी बैंकिंग प्रणाली का निर्माण - एम राजेश्वर राव | 397 kb |
वित्तीय क्षेत्र में व्यवधान और अवसर - शक्तिकांत दास | 271 kb |
सांख्यिकी और सूचना प्रबंध विभाग (डीएसआईएम) का वार्षिक सांख्यिकी सम्मेलन – गवर्नर द्वारा आरबीआई-अद्घाटन भाषण - शक्तिकांत दास | 244 kb |
भारतीय व्यवसाय: अतीत, वर्तमान और भविष्य - शक्तिकांत दास | 261 kb |
दबावग्रस्त आस्तियों का समाधान और आईबीसी - एम. राजेश्वर राव | 261 kb |
टेपर 2022: झंझावात में विमान का उतरना - माइकल देबब्रत पात्र | 317 kb |
वित्तीय संस्थानों में अभिशासन और आश्वासन कार्यों का महत्व - एम. के. जैन | 291 kb |
मौद्रिक नीति और केंद्रीय बैंक का संप्रेषण – श्री शक्तिकांत दास | 278 kb |
क्रिप्टोकरेंसी - एक आकलन - श्री टी रबी शंकर | 303 kb |
आरबीआई की महामारी पर कार्रवाई : विस्मृति से बाहर आना – माइकल देबब्रत पात्र | 296 kb |
वित्तीय समावेश मौद्रिक नीति को मजबूती प्रदान करता है – माइकल देबब्रत पात्र | 265 kb |
स्वामित्व और सुशासन - डिजिटल नवाचारों के लिए भवन का निर्माण - श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 15 दिसंबर 2021 को मुंबई में टकसाल वार्षिक सम्मेलन में प्रस्तुत भाषण | 259 kb |
आर्थिक सुधार की रूपरेखा - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक का उद्घाटन भाषण - 16 नवंबर 2021 को मुंबई में 8वें एसबीआई बैंकिंग और अर्थशास्त्र कान्क्लेव में दिया गया | 231 kb |
दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (डीएसई) और इंडियन स्टेटिस्टिकल इंस्टीट्यूट (आईएसआई), दिल्ली द्वारा आयोजित ब्रिक्स अर्थव्यवस्थाओं में संवृद्धि और विकास पर सम्मेलन में माइकल देवव्रत पात्रा, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा दिया गया मुख्य भाषण | 257 kb |
12 नवंबर 2021 को माननीय प्रधान मंत्री द्वारा आरबीआई- रीटेल डायरेक्ट योजना और रिज़र्व बैंक-एकीकृत लोकपाल योजना का शुभारंभ - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा स्वागत भाषण |
वित्तीय संस्थानों का सुशासन और विवेकपूर्ण पर्यवेक्षण: हाल की पहल (श्री एम के जैन, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा संबोधन - 2 नवंबर 2021 - बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई शिखर सम्मेलन में) | 210 kb |
माइक्रो फाइनेंस: एम्पावरिंग ए बिलियन ड्रीम्स - श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा - 27 अक्तूबर 2021 को - सा-धन राष्ट्रीय सम्मेलन में "वित्तीय समावेशन को पुनर्जीवित करने" पर दिया गया उद्घाटन भाषण | 221 kb |
आधुनिक वित्तीय प्रणाली में लेखापरीक्षा की भूमिका - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा - 25 अक्तूबर 2021 को - नेशनल एकेडमी ऑफ ऑडिट एंड अकाउंट्स (एनएएए), शिमला में दिया गया भाषण | 227 kb |
चेसींग दी होराईज़न - श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा - 22 अक्तूबर 2021 को - सीआईआई एनबीएफसी शिखर सम्मेलन में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करने में एनबीएफसी की भूमिका पर दी गई टिप्पणी | 285 kb |
भारत का पूंजी खाता प्रबंधन - एक आकलन- श्री टी रबी शंकर, उप गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा - 14 अक्तूबर 2021 को- पांचवें विदेशी मुद्रा व्यापारी संघ (FEDAI) के वार्षिक दिवस पर दिया गया भाषण | 269 kb |
दायित्वपूर्ण डिजिटल नवोन्मेष- मंगलवार, 28 सितंबर 2021 को श्री टी रबी शंकर, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा भाषण- ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल को संबोधन | 183 kb |
कोविड के बाद: एक मजबूत, समावेशी और टिकाऊ अर्थव्यवस्था की ओर - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक- द्वारा 22 सितंबर 2021, बुधवार को ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (AIMA) के 48 वें राष्ट्रीय प्रबंधन सम्मेलन में दिया गया मुख्य भाषण | 243 kb |
सुरक्षित रखने पर ध्यान दें (Heed to Heal) - जलवायु परिवर्तन उभरता वित्तीय जोखिम है (16 सितंबर 2021, गुरुवार को हरित और सतत वित्त पर CAFRAL आभासी सम्मेलन में श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा दिया गया मुख्य भाषण) | 332 kb |
मौद्रिक नीति : महामारी की परीक्षण – माइकल देवव्रत पात्र | 238 kb |
खाता संग्रहक के लिए नियामक ढांचा - आईस्पिरिट द्वारा 2 सितंबर 2021 को आयोजित आभासी कार्यक्रम के दौरान श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर की टिप्पणियाँ | 257 kb |
31 अगस्त 2021 को 21वें एफआईएमएमडिए-पीडीएआई (FIMMDA-PDA) वार्षिक सम्मेलन में मुख्य भाषण - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक | 204 kb |
सुशासन के माध्यम से भारत में एक अधिक लचीली वित्तीय प्रणाली का निर्माण- श्री महेश कुमार जैन, उप गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक - 18 जून 2021, शुक्रवार- को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में दिया गया भाषण | 209 kb |
केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी - क्या धन का भविष्य यह है?- श्री टी रबी शंकर, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक - 22 जुलाई 2021 गुरुवार – को विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी, नई दिल्ली द्वारा आयोजित वेबिनार में दिया गया मुख्य भाषण | 261 kb |
वित्तीय समावेशन - अतीत, वर्तमान और भविष्य - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक- 15 जुलाई 2021, गुरुवार- को इकोनॉमिक टाइम्स फाइनेंशियल इनक्लूजन समिट में दिया गया उद्घाटन भाषण | 232 kb |
भारत में मुक्त (ओपन) बैंकिंग – एम. राजेश्वर राव | 319 kb |
नए दशक में वित्तीय क्षेत्र – शक्तिकान्त दास | 210 kb |
वृद्धि के लिए नए अवसरों का सृजन - शक्तिकांत दास | 299 kb |
एक स्थिर वित्तीय प्रणाली की ओर – शक्तिकान्त दास | 363 kb |
वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय रणनीति 2020-25 - शक्तिकान्त दास | 270 kb |
भारत में वित्तीय बाजार सुधारों को गति देना - शक्तिकान्त दास | 310 kb |
एनबीएफसी विनियमन – भविष्य पर विचार - एम. राजेश्वर राव | 316 kb |
कौन सी शक्तियाँ समुत्थान का वाहक बन सकती हैं? - शक्तिकांत दास | 337 kb |
बैंकों के लिए गहरे आत्ममंथन का समय: कोविड के बाद बैंकों का पुनरभिमुखीकरण - शक्तिकांत दास | 185 kb |
क्या भारतीय अर्थव्यवस्था में गतिमान परिवर्तन हो रहे हैं?- शक्तिकांत दास | 277 kb |
भारतीय अर्थव्यवस्था निर्णायक मोड़ पर: वित्तीय स्थिरता की दृष्टि से विवेचन – शक्तिकांत दास | 303 kb |