भारत के युग का उदय - माइकल देबब्रत पात्र | 313 kb |
भारतीय वित्तीय प्रणाली के लिए सुदृढ़ भविष्य का निर्माण - शक्तिकान्त दास | 281 kb |
विकसित भारत के लिए एक सहायक के रूप में वित्तीय क्षेत्र - एम. राजेश्वर राव | 248 kb |
भुगतान प्रणाली ऑपरेटर (पीएसओ) सम्मेलन में उद्घाटन भाषण - शक्तिकान्त दास | 219 kb |
भारत की अध्यक्षता के दौरान एक बेहतर वैश्विक आर्थिक व्यवस्था के लिए जी-20: - शक्तिकान्त दास | 222 kb |
भारत में फिनटेक क्रांति - नवोन्मेष, समावेशन और विनियमन - एम के जैन | 219 kb |
वित्तीय बाज़ारों में स्व-विनियमन - अतीत और भविष्य - एम राजेश्वर राव | 270 kb |
मिशन ‘हर पेमेंट डिजिटल’ का शुभारंभ - शक्तिकान्त दास | 153 kb |
भारत में वित्तीय बाजार: स्थिरता और विकास की यात्रा - शक्तिकान्त दास | 254 kb |
दक्षिण एशिया की वर्तमान समष्टि-आर्थिक चुनौतियां और नीतिगत प्राथमिकताएं - शक्तिकान्त दास | 225 kb |
फिनटेक और विनियमन - टी. रबी शंकर | 232 kb |
हरित वित्त के प्रसार में चुनौतियां और अवसर - एम राजेश्वर राव | 257 kb |
उभरती चुनौतियों के सामने वित्तीय क्षेत्र में क्षमता निर्माण - एम के जैन | 226 kb |
भारत में वित्तीय बेंचमार्क: एक महत्वपूर्ण चरण का आगमन - टी. रबी शंकर | 416 kb |
मौद्रिक नीति निर्माण पर एक विनोदी दृष्टि - माइकल देबब्रत पात्र | 250 kb |
आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग, आरबीआई का वार्षिक अनुसंधान सम्मेलन – गवर्नर द्वारा उद्घाटन भाषण - शक्तिकान्त दास | 228 kb |
संचरण में हानि? वित्तीय बाजार और मौद्रिक नीति - माइकल देबब्रत पात्र | 255 kb |
समावेशी और जिम्मेदार सूक्ष्म वित्त क्षेत्र की ओर यात्रा - एम राजेश्वर राव | 237 kb |
भारत सुदृढ़ता की कहानी - शक्तिकान्त दास | 234 kb |
भारतीय बैंकिंग के पचास वर्ष - आधारभूत सांख्यिकीय विवरणियों की दृष्टि से - माइकल देबब्रत पात्र | 174 kb |
वित्तीय सेवाओं के बदलते परिप्रेक्ष्य में ग्राहक सेवा में उत्कृष्टता - शक्तिकान्त दास | 213 kb |
वित्तीय सेवाओं के बदलते परिप्रेक्ष्य में ग्राहक सेवा में उत्कृष्टता - 28 अक्टूबर, 2022 को जोधपुर में आयोजित भारतीय रिजर्व बैंक लोकपाल वार्षिक सम्मेलन में गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक श्री शक्तिकान्त दास का उद्घाटन भाषण | 207 kb |
भारतीय वित्तीय प्रणाली में नीतिगत विकल्पों पर विचार - एम राजेश्वर राव | 252 kb |
रूपये का अंतरराष्ट्रीयकरण : क्या गियर बदलने का समय आ गया है? - टी रवि शंकर | 357 kb |
डीबीयू की वर्चुअल शुरुआत - शक्तिकान्त दास | 148 kb |
गुणात्मक ताकत के रूप में फिनटेक - शक्तिकान्त दास | 235 kb |
समावेशी ऋण: अगला लक्ष्य - एम. राजेश्वर राव | 234 kb |
वित्तीय बाजार सुधार: दृष्टिकोण और अपेक्षाएं - शक्तिकान्त दास | 220 kb |
भारत में कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार – चुनौतियां और संभावनाएं - टी. रबी शंकर | 569 kb |
दक्षिण एशिया में मुद्रास्फीति की गतिशीलता - माइकल देबब्रत पात्र | 217 kb |
75वें वर्ष में भारत - माइकल देबब्रत पात्र | 3378 kb |
भविष्य की बैंकिंग - शक्तिकान्त दास | 259 kb |
मुद्रास्फीति का वैश्वीकरण और मौद्रिक नीति का संचालन - शक्तिकान्त दास | 300 kb |
वार्षिक सांख्यिकी दिवस सम्मेलन में उद्घाटन भाषण - शक्तिकान्त दास | 224 kb |
भू-राजनीतिक प्रभाव विस्तार और भारतीय अर्थव्यवस्था - माइकल देबब्रत पात्र | 300 kb |
भविष्योन्मुखी बैंकिंग प्रणाली का निर्माण - एम राजेश्वर राव | 397 kb |
वित्तीय क्षेत्र में व्यवधान और अवसर - शक्तिकान्त दास | 271 kb |
सांख्यिकी और सूचना प्रबंध विभाग (डीएसआईएम) का वार्षिक सांख्यिकी सम्मेलन – गवर्नर द्वारा आरबीआई-अद्घाटन भाषण - शक्तिकान्त दास | 244 kb |
भारतीय व्यवसाय: अतीत, वर्तमान और भविष्य - शक्तिकान्त दास | 261 kb |
दबावग्रस्त आस्तियों का समाधान और आईबीसी - एम. राजेश्वर राव | 261 kb |
टेपर 2022: झंझावात में विमान का उतरना - माइकल देबब्रत पात्र | 317 kb |
वित्तीय संस्थानों में अभिशासन और आश्वासन कार्यों का महत्व - एम. के. जैन | 291 kb |
मौद्रिक नीति और केंद्रीय बैंक का संप्रेषण – श्री शक्तिकान्त दास | 278 kb |
क्रिप्टोकरेंसी - एक आकलन - श्री टी रबी शंकर | 303 kb |
आरबीआई की महामारी पर कार्रवाई : विस्मृति से बाहर आना – माइकल देबब्रत पात्र | 296 kb |
वित्तीय समावेश मौद्रिक नीति को मजबूती प्रदान करता है – माइकल देबब्रत पात्र | 265 kb |
स्वामित्व और सुशासन - डिजिटल नवाचारों के लिए भवन का निर्माण - श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 15 दिसंबर 2021 को मुंबई में टकसाल वार्षिक सम्मेलन में प्रस्तुत भाषण | 259 kb |
आर्थिक सुधार की रूपरेखा - श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक का उद्घाटन भाषण - 16 नवंबर 2021 को मुंबई में 8वें एसबीआई बैंकिंग और अर्थशास्त्र कान्क्लेव में दिया गया | 231 kb |
दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (डीएसई) और इंडियन स्टेटिस्टिकल इंस्टीट्यूट (आईएसआई), दिल्ली द्वारा आयोजित ब्रिक्स अर्थव्यवस्थाओं में संवृद्धि और विकास पर सम्मेलन में माइकल देवव्रत पात्रा, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा दिया गया मुख्य भाषण | 257 kb |
12 नवंबर 2021 को माननीय प्रधान मंत्री द्वारा आरबीआई- रीटेल डायरेक्ट योजना और रिज़र्व बैंक-एकीकृत लोकपाल योजना का शुभारंभ - श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा स्वागत भाषण |