22 दिसंबर 2015
वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान भारत के
भुगतान संतुलन में गतिविधियां
वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही अर्थात जुलाई-सितंबर के लिए भारत के भुगतान संतुलन पर प्रारंभिक आंकड़ों को विवरण I (बीपीएम6 फार्मेट) और विवरण II (पुराने फार्मेट) में उपलब्ध कराया गया है।
वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख विशेषताएं
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भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) वर्ष 2014-15 की दूसरी तिमाही के 10.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.2 प्रतिशत) की तुलना में वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में 8.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.6 प्रतिशत) रहा किंतु पिछली तिमाही के 6.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.2 प्रतिशत) की तुलना में बढ़ गया (सारणी 1)।
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सीएडी में कमी मुख्य रूप से पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के 39.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर के घाटे तुलना में कम व्यापार घाटे (37.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के कारण रही हालांकि यह पिछली तिमाही के स्तर से अधिक रहा (34.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर)।
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यद्यपि मुख्यरूप से परिवहन, बीमा और पेंशन सेवाओं के निर्यात प्राप्तियों में गिरावट के कारण निवल सेवा प्राप्तियों में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर थोड़ी नरमी आई। पिछली तिमाही की तुलना में इसमें कुछ सुधार हुआ है।
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निजी अंतरण प्राप्तियां, जो मुख्य रूप से विदेशों में नियोजित भारतीयों के विप्रेषण को दर्शाती हैं, 16.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई जो पिछली तिमाही और पिछले वर्ष की इस तिमाही के स्तर से थोड़ी गिरावट दर्शाती हैं।
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पहली तिमाही में तेज वृद्धि के बाद निवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में नरमी आई।
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पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के 9.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवल अंतर्वाह की तुलना में संविभाग निवेश का निवल बहिर्वाह 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। यह बहिर्वाह इक्विटी खंड में अधिक देखा गया।
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तथापि, अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) की जमाराशियां पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के स्तर से वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में 4.0 प्रतिशत तक बढ़ गई।
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विदेशी मुद्रा भंडारों (बीओपी आधार पर) में वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में 0.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक कमी आई।
अप्रैल-सितंबर 2015 के दौरान भुगतान संतुलन (2015-16 की पहली छमाही)
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संचयी आधार पर चालू खाता घाटा वर्ष 2014-15 की पहली छमाही के 1.8 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2015-16 की पहली छमाही में जीडीपी का 1.4 प्रतिशत हो गया। इसका कारण व्यापार घाटे में कमी और निवल अदृश्य मदों में सुधार था।
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भारत का व्यापार घाटा वर्ष 2014-15 की पहली छमाही के 74.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर से घटकर वर्ष 2015-16 की पहली छमाही में 71.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
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निवल सेवाओं के अर्जन में नरमी तथा प्राथमिक आय (लाभ ब्याज और लाभांश) के कम निवल बहिर्वाह के कारण निजी अंतरण प्राप्तियों में कमी होने से निवल अदृश्य प्राप्तियां थोड़ी बढ़ गई।
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निवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश अंतर्वाह में पिछले वर्ष की इस अवधि के स्तर से वर्ष 2015-16 की पहली छमाही के दौरान 10 प्रतिशत से अधिक तक बढ़ गया।
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तथापि, पोर्टफोलियो निवेश में पिछले वर्ष के 22.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवल अंतर्वाह की तुलना में पहली छमाही में 9.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल बहिर्वाह दर्ज किया गया।
विदेशी मुद्रा भंडार (बीओपी आधार पर) में वर्ष 2014-15 की पहली छमाही के 18.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में वर्ष 2015-16 की पहली छमाही में 10.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अभिवृद्धि हुई।
सारणी 1: भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें |
(बिलियन अमेरिकी डॉलर) |
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जुलाई-सितंबर 2015 प्रा. |
जुलाई-सितंबर 2014 आं.सं. |
अप्रैल-सितंबर 2015-16 प्रा. |
अप्रैल-सितंबर 2014-15 आं.सं. |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
क. चालू खाता |
127.3 |
135.5 |
-8.2 |
142.5 |
153.4 |
-10.9 |
254.2 |
268.6 |
-14.3 |
282.6 |
301.0 |
-18.4 |
1. माल |
67.6 |
105.0 |
-37.4 |
83.1 |
122.7 |
-39.7 |
135.6 |
207.2 |
-71.6 |
164.6 |
239.4 |
-74.7 |
जिसमें से : |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
पीओएल |
8.4 |
23.5 |
-15.1 |
16.8 |
42.0 |
-25.1 |
16.7 |
48.2 |
-31.5 |
33.6 |
82.4 |
-48.7 |
2. सेवा |
38.8 |
20.8 |
18.0 |
38.4 |
19.4 |
18.9 |
77.0 |
41.7 |
35.3 |
76.5 |
40.0 |
36.5 |
3. प्राथमिक आय |
3.9 |
8.9 |
-5.0 |
3.5 |
10.1 |
-6.6 |
7.2 |
17.8 |
-10.5 |
6.4 |
19.4 |
-13.0 |
4. द्वितीयक आय |
17.1 |
0.8 |
16.3 |
17.5 |
1.1 |
16.4 |
34.3 |
1.9 |
32.4 |
35.1 |
2.2 |
32.9 |
ख. पूंजी लेखा और वित्तीय लेखा |
128.3 |
120.3 |
8.1 |
133.6 |
122.9 |
10.7 |
269.7 |
255.0 |
14.8 |
278.3 |
260.1 |
18.3 |
जिसमें से : |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
मुद्रा भंडार में परिवर्तन (वृद्धि (-)/कमी (+)) |
0.9 |
0.0 |
0.9 |
0.0 |
6.9 |
-6.9 |
0.0 |
10.6 |
-10.6 |
0.0 |
18.1 |
-18.1 |
ग. भुल-चूक (-) (ए+बी) |
0.1 |
0.0 |
0.1 |
0.3 |
0.0 |
0.3 |
0.0 |
0.4 |
-0.4 |
0.1 |
0.0 |
0.1 |
प्रा : प्रारंभिक; आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित नोट : पूर्णांकन के कारण उप घटकों का योग कुल योग से भिन्न हो सकता है। |
अल्पना किल्लावाला
प्रधान मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2015-2016/1478 |