27 दिसंबर 2024
2024-25 की दूसरी तिमाही (जुलाई–सितंबर) के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की गतिविधियां
दूसरी तिमाही अर्थात् जुलाई-सितंबर 2024-25 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े, विवरण । और ।। में प्रस्तुत किए गए हैं।
2024-25 की दूसरी तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य बातें
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भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) 2023-24 की दूसरी तिमाही में 11.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.3 प्रतिशत) से मामूली रूप से घटकर 2024-25 की दूसरी तिमाही में 11.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.2 प्रतिशत) हो गया।1
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वाणिज्य वस्तु व्यापार घाटा 2023-24 की दूसरी तिमाही के 64.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2024-25 की दूसरी तिमाही में 75.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
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निवल सेवा प्राप्तियां एक वर्ष पहले के 39.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2024-25 की दूसरी तिमाही में 44.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गईं। कंप्यूटर सेवाओं, व्यावसायिक सेवाओं, यात्रा सेवाओं और परिवहन सेवाओं जैसी प्रमुख श्रेणियों में सेवा निर्यात में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर वृद्धि हुई है।
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प्राथमिक आय खाते पर निवल व्यय, जो मुख्य रूप से निवेश आय के भुगतान को दर्शाता है, 2023-24 की दूसरी तिमाही के 11.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर से घटकर 2024-25 की दूसरी तिमाही में 9.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
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निजी अंतरण प्राप्तियां, जो मुख्य रूप से विदेशों में कार्यरत भारतीयों द्वारा विप्रेषण को दर्शाती हैं, 2023-24 की दूसरी तिमाही के 28.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2024-25 की दूसरी तिमाही में 31.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गईं।
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वित्तीय खाते में, निवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बहिर्वाह 2024-25 की दूसरी तिमाही में 2023-24 की इसी अवधि में 0.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
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विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के अंतर्गत निवल अंतर्वाह 2023-24 की दूसरी तिमाही के 4.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 19.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर रह गया।
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भारत में बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) के अंतर्गत निवल अंतर्वाह 2024-25 की दूसरी तिमाही में 5.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि एक वर्ष पहले इसी अवधि में 1.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर का बहिर्वाह हुआ था।
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अनिवासी जमाराशियों (एनआरआई जमाराशियाँ) में 6.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल अंतर्वाह दर्ज किया गया, जो एक वर्ष पहले के 3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है।
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2024-25 की दूसरी तिमाही में विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में (बीओपी आधार पर) 18.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई, जो 2023-24 की दूसरी तिमाही में 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक थी (तालिका 1)।
अप्रैल-सितंबर 2024 के दौरान भुगतान संतुलन (पहली छमाही:2024-25)
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भारत का चालू खाता घाटा 2024-25 की पहली छमाही में 21.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.2 प्रतिशत) था, जबकि 2023-24 की पहली छमाही में यह 20.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.2 प्रतिशत) था।
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शुद्ध अदृश्य प्राप्तियां 2024-25 की पहली छमाही में 119.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहीं, जो एक वर्ष पूर्व के 101.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में अधिक थीं, जिसका मुख्य कारण उच्च शुद्ध सेवा प्राप्तियां थीं।
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2024-25 की पहली छमाही में शुद्ध एफ़डीआई अंतर्वाह 4.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जो 2023-24 की पहली छमाही में 3.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक था।
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एफपीआई ने 2024-25 की पहली छमाही में 20.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर का शुद्ध अंतर्वाह दर्ज किया, जबकि एक वर्ष पहले यह 20.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
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2024-25 की पहली छमाही में, विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों (बीओपी आधार पर) में 23.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई।
| तालिका 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें |
| (बिलियन अमेरिकी डॉलर) |
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जुलाई-सितंबर 2023 पीआर |
जुलाई-सितंबर 2024 पी |
अप्रैल–सितंबर 2023 पीआर |
अप्रैल–सितंबर 2024 पी |
| |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
| क. चालू खाता |
231.7 |
242.9 |
-11.3 |
245.7 |
256.8 |
-11.2 |
453.3 |
473.5 |
-20.2 |
487.3 |
508.7 |
-21.4 |
| 1. वस्तु |
108.3 |
172.8 |
-64.5 |
104.0 |
179.3 |
-75.3 |
213.2 |
334.4 |
-121.2 |
215.1 |
355.6 |
-140.4 |
| जिसमें से: |
|
|
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|
|
|
|
|
|
|
|
|
| पीओएल |
22.7 |
42.1 |
-19.4 |
15.7 |
37.4 |
-21.7 |
41.7 |
84.0 |
-42.2 |
36.3 |
88.9 |
-52.6 |
| 2. सेवाएं |
83.4 |
43.4 |
39.9 |
93.5 |
48.9 |
44.5 |
163.9 |
88.9 |
75.1 |
182.0 |
97.7 |
84.2 |
| 3. प्राथमिक आय |
11.9 |
23.5 |
-11.6 |
16.3 |
25.8 |
-9.5 |
20.9 |
42.8 |
-21.8 |
28.8 |
49.4 |
-20.7 |
| 4. द्वितीयक आय |
28.1 |
3.2 |
24.9 |
31.9 |
2.8 |
29.1 |
55.3 |
7.5 |
47.8 |
61.5 |
5.9 |
55.5 |
| ख. पूंजी लेखा और वित्तीय लेखा |
205.8 |
195.5 |
10.3 |
307.9 |
296.0 |
11.9 |
387.6 |
368.0 |
19.7 |
572.9 |
551.6 |
21.3 |
| जिसमें से: |
|
|
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|
|
|
|
|
|
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|
| 1. प्रत्यक्ष निवेश |
16.6 |
17.4 |
-0.8 |
21.2 |
23.5 |
-2.2 |
35.9 |
32.0 |
3.9 |
45.2 |
40.7 |
4.4 |
| 2. पोर्टफोलियो निवेश |
112.0 |
107.0 |
4.9 |
182.1 |
162.3 |
19.9 |
201.8 |
181.1 |
20.7 |
342.0 |
321.2 |
20.8 |
| 3. अन्य निवेश |
71.6 |
61.0 |
10.6 |
98.0 |
79.6 |
18.4 |
139.2 |
114.5 |
24.7 |
173.0 |
144.0 |
29.0 |
| जिसमें से: |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
| एनआरआई जमाराशियाँ |
21.3 |
18.0 |
3.2 |
28.9 |
22.8 |
6.2 |
40.2 |
34.7 |
5.4 |
52.3 |
42.2 |
10.2 |
| भारत को ईसीबी |
4.6 |
6.5 |
-1.9 |
12.4 |
7.4 |
5.0 |
17.9 |
14.1 |
3.7 |
20.8 |
14.2 |
6.7 |
4. आरक्षित आस्तियाँ
[वृद्धि (-)/कमी (+)] |
0.0 |
2.5 |
-2.5 |
0.0 |
18.6 |
-18.6 |
0.0 |
27.0 |
-27.0 |
0.0 |
23.8 |
-23.8 |
| ग. भूल-चूक (-) (क+ख) |
1.0 |
0.0 |
1.0 |
0.0 |
0.7 |
-0.7 |
0.5 |
0.0 |
0.5 |
0.1 |
0.0 |
0.1 |
| पीआर: आंशिक रूप से संशोधित; और पी: प्रारंभिक। |
| नोट : पूर्णांकन के कारण उप घटकों का योग कुल योग से भिन्न हो सकता है। |
(पुनीत पंचोली)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/1797
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