जुलाई 22, 2022 |
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भविष्य की बैंकिंग - शक्तिकान्त दास | 259.00 kb |
जून 20, 2022 |
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भविष्योन्मुखी बैंकिंग प्रणाली का निर्माण - एम राजेश्वर राव | 397.00 kb |
जून 17, 2022 |
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वित्तीय क्षेत्र में व्यवधान और अवसर - शक्तिकांत दास | 271.00 kb |
मार्च 11, 2022 |
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टेपर 2022: झंझावात में विमान का उतरना - माइकल देबब्रत पात्र | 317.00 kb |
जनवरी 28, 2022 |
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आरबीआई की महामारी पर कार्रवाई : विस्मृति से बाहर आना – माइकल देबब्रत पात्र | 296.00 kb |
दिसंबर 15, 2021 |
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स्वामित्व और सुशासन - डिजिटल नवाचारों के लिए भवन का निर्माण - श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 15 दिसंबर 2021 को मुंबई में टकसाल वार्षिक सम्मेलन में प्रस्तुत भाषण | 259.00 kb |
नवंबर 16, 2021 |
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आर्थिक सुधार की रूपरेखा - श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक का उद्घाटन भाषण - 16 नवंबर 2021 को मुंबई में 8वें एसबीआई बैंकिंग और अर्थशास्त्र कान्क्लेव में दिया गया | 231.00 kb |
नवंबर 02, 2021 |
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वित्तीय संस्थानों का सुशासन और विवेकपूर्ण पर्यवेक्षण: हाल की पहल (श्री एम के जैन, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा संबोधन - 2 नवंबर 2021 - बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई शिखर सम्मेलन में) | 210.00 kb |
सितंबर 20, 2021 |
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सुरक्षित रखने पर ध्यान दें (Heed to Heal) - जलवायु परिवर्तन उभरता वित्तीय जोखिम है (16 सितंबर 2021, गुरुवार को हरित और सतत वित्त पर CAFRAL आभासी सम्मेलन में श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा दिया गया मुख्य भाषण) | 332.00 kb |
सितंबर 13, 2021 |
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खाता संग्रहक के लिए नियामक ढांचा - आईस्पिरिट द्वारा 2 सितंबर 2021 को आयोजित आभासी कार्यक्रम के दौरान श्री एम. राजेश्वर राव, उप गवर्नर की टिप्पणियाँ | 257.00 kb |