रिया संख्या |
मांगी गई जानकारी/सूचना |
जवाब दिया गया/जानकारी दी गई |
उत्तर की तारीख |
ई/00803 |
मैंने भारतीय रुपये के मुकाबले पाउंड की विनिमय दर के बारे में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया है लेकिन यह किसी बैंक में या भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है, इसलिए मैं आपसे 2 मई 2017 से 10 मई 2017 तक पाउंड की विनिमय दर मूल्य की जानकारी प्रदान करने का अनुरोध करता हूं। |
10 जुलाई, 2018 से पहले जीबीपी/आईएनआर की संदर्भ दरों का ऐतिहासिक डेटा आरबीआई की वेबसाइट पर होम पेज- वर्तमान दरें>विनिमय दरें> अभिलेखागार पर उपलब्ध है। लिंक निम्नानुसार है: https://www.rbi.org.in/scripts/ReferenceRateArchive.aspx
10 जुलाई, 2018 से, एफबीआईएल (फाइनेंशियल बेंचमार्क इंडिया लिमिटेड) यूएसडी/आईएनआर, यूरो/आईएनआर, जीबीपी/आईएनआर और जेपीवाई/आईएनआर संदर्भ दरों की गणना और प्रकाशन करता है। लिंक नीचे दिया गया है: https://www.fbil.org.in/#/home |
03 फरवरी, 2021 |
पी03352
पी03352 |
01.09.2021 से 21.09.2021 की अवधि के लिए आयात भुगतान करने के लिए यूएस डॉलर, बिक्री दर चार्ट। |
10 जुलाई, 2018 से, फाइनेंशियल बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफबीआईएल) ने यूएसडी/आईएनआर और अन्य प्रमुख मुद्राओं के लिए संदर्भ दर की गणना और प्रकाशन शुरू किया है। लिंक नीचे दिया गया है: https://www.fbil.org.in/#/home।
तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने इस तारीख से यूएसडी/आईएनआर और अन्य प्रमुख मुद्राओं के लिए संदर्भ दर का प्रकाशन बंद कर दिया है। कृपया संदर्भ दर की गणना और प्रसार पर 04 जुलाई, 2018 की हमारी प्रेस विज्ञप्ति- वित्तीय बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफबीआईएल) द्वारा किया जाना- देखें। लिंक नीचे दिया गया है: https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PressReleases.aspx?Id=36054&Mode=0 |
05 अक्तूबर, 2021 |
संबंधित बैंक द्वारा अमेरिकी डॉलर की खरीद दर पर प्रभार लगाने का आधार क्या है? |
कृपया बैंकों में ग्राहक सेवा पर 01 जुलाई 2015 के मास्टर परिपत्र का पैरा 6.1 देखें। सेवा प्रभार निर्धारित करने का निर्णय अलग-अलग बैंकों पर छोड़ दिया गया है। विभिन्न प्रकार की सेवाओं जैसे चेक संग्रहण के लिए प्रभार, आदि के लिए सेवा प्रभार निर्धारित करते समय बैंकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रभार युक्तिसंगत हों और इन सेवाओं को प्रदान करने की औसत लागत के अनुरूप ही हों। बैंकों को यह सुनिश्चित करने के लिए भी ध्यान रखना चाहिए कि कम गतिविधियों वाले ग्राहकों को दंडित नहीं किया जाए। लिंक नीचे दिया गया है: https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/MasterCircular.aspx?ID=5233 |
05 अक्तूबर, 2021 |
ई/08768 |
यह जानने के लिए, क्या पंजीकृत ब्रोकर द्वारा प्रदान किए गए प्लेटफॉर्म का उपयोग करके विदेशी मुद्रा व्यापार करना नीचे दिए गए मुद्रा जोड़ियों के लिए भारत में कानूनी है- ईयूआर-यूएसडी
जीबीपी-यूएसडी
यूएसडी-जेपीवाई
एक्सएयू-यूएसडी
एक्सएजी-यूएसडी
कृपया जोड़ें कि क्या कोई अन्य जोड़ी कानूनी है। |
I. विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 की धारा 3 (ए) के अनुसार, फेमा, 1999 में अन्यथा उपबंधित नियमों या विनियमों, या रिज़र्व बैंक की सामान्य या विशेष अनुमति को छोड़कर, कोई भी व्यक्ति किसी ऐसे व्यक्ति को विदेशी मुद्रा या विदेशी प्रतिभूति का लेन-देन या अंतरण नहीं करेगा जो प्राधिकृत व्यक्ति नहीं है।
II. विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 की धारा 5 और 6 के अनुसार, कोई भी व्यक्ति चालू और पूंजी खाता लेनदेन की अनुमति के लिए अधिकृत व्यक्ति को या उससे विदेशी मुद्रा बेच या आहरित कर सकता है।
III. विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) विनियमावली, 2000 की अनुसूची-I के साथ पठित विनियम 4 [दिनांक 3 मई, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 25/2000-आरबी] के अनुसार, कोई व्यक्ति, चाहे वह भारत का निवासी हो अथवा भारत से बाहर का निवासी हो, केवल प्राधिकृत डीलर के साथ विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा कर सकता है। अधिकृत डीलरों की सूची निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है: https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/adlist.aspx
IV. इस सूची के अनुसार, विदेशी मुद्रा कारोबार के लिए प्लैटफ़ार्म प्रदान करने वाला ब्रोकर अधिकृत डीलर नहीं है।
V. इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ईटीपी) (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2018 [दिनांक 05 अक्टूबर 2018 की अधिसूचना सं.एफएमआरडी.एफएमआईडी.08/2018] के पैरा 3(1) के अनुसार, कोई भी संस्था इन निदेशों के तहत आरबीआई की पूर्व अनुमति प्राप्त किए बिना ईटीपी का परिचालन नहीं करेगी। लिंक इस प्रकार है: https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/FS_Notification.aspx?Id=6169&fn=6&Mode=
VI. आरटीआई में संदर्भित प्लेटफॉर्म, इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2018 के तहत अधिकृत नहीं है।
VII. कृपया बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध ‘इलेक्ट्रॉनिक/इंटरनेट ट्रेडिंग पोर्टल्स के माध्यम से विदेशी मुद्रा व्यापार पर आरबीआई की एडवाइजरी’ संबंधी प्रेस विज्ञप्ति (दिनांक 21 फरवरी 2011 की 2010-2011/1196) देखें- https://old.rbi.org.in/hindi/scripts/PressReleases.aspx?Id=15866&Mode=0
VIII. अनुमत मुद्रा जोड़ियों के संबंध में:
i. नकद/टॉम/स्पॉट लेनदेन में अनुमत मुद्रा जोड़ियाँ: विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 के पैरा 5 और 6 के अनुसार, निवासी अनुमत चालू और पूंजी खाता लेनदेन के लिए विदेशी मुद्रा खरीद या बेच सकते हैं। इसलिए, विदेशी मुद्रा लेनदेन की मुद्रा जोड़ी उस मुद्रा के अनुरूप होगी जिसमें अंतर्निहित चालू/पूंजी खाता लेनदेन को अंकित किया गया है।
ii. व्युत्पन्नी लेनदेन में अनुमत मुद्रा जोड़ियाँ:
ए. ओटीसी बाजार लेनदेन में: दिनांक 05 जुलाई 2016 के मास्टर निदेश- जोखिम प्रबंधन और अंतर-बैंक लेनदेन (समय-समय पर अद्यतित) के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) विनियमावली, 2000 [दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 25/2000-आरबी] के अनुसार, निवासी फेमा, 1999 के अंतर्गत अनुमत लेनदेनों पर विनिमय दर जोखिम की हेजिंग के प्रयोजन से भारतीय रुपये से संबंधित विदेशी मुद्रा व्युत्पन्नी लेनदेन कर सकते हैं। विदेशी मुद्रा व्युत्पन्नी लेनदेन जिसमें आईएनआर शामिल नहीं है, हेजिंग के अलावा अन्य उद्देश्य के लिए किया जा सकता है। इन दोनों मामलों में मुद्रा जोड़ी पर कोई प्रतिबंध नहीं है। कृपया निम्नलिखित लिंक देखें: https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/MasterDirections.aspx?ID=5673
बी. एक्स्चेंज ट्रेडेड व्युत्पन्नी लेनदेन में: दिनांक 6 अगस्त 2008 के समय-समय पर यथासंशोधित करेंसी फ्यूचर्स (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2008 [अधिसूचना सं.एफ़ईडी.01/डीजी/(SG)-2008] और दिनांक 30 जुलाई 2010 के समय-समय पर यथासंशोधित एक्स्चेंज ट्रेडेड करेंसी ऑप्शंस निदेश, 2010 [अधिसूचना सं.एफ़ईडी.01/ईडी/(एचआरके)-2010] के साथ पठित विदेशी मुद्रा प्रबंध (विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न संविदा) विनियम, 2000 [दिनांक 3 मई 2000 की अधिसूचना सं.फेमा 25/2000-आरबी] के अनुसार, निवासियों को भारत में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों पर यूएसडी-आईएनआर, यूरो-आईएनआर, जीबीपी-आईएनआर, जेपीवाई-आईएनआर, यूरो-यूएसडी, जीबीपी-यूएसडी और यूएसडी-जेपीवाई में मुद्रा वायदा और विकल्प संविदाएं करने की अनुमति है। कृपया निम्नलिखित लिंक देखें: https://old.rbi.org.in/hindi/scripts/Notifications.aspx?Id=1081&Mode=0 https://old.rbi.org.in/hindi/scripts/Notifications.aspx?Id=2390&Mode=0 https://www.rbi.org.in/hindi/scripts/FS_Notification.aspx?Id=5654&fn=5&Mode= |
12 नवम्बर, 2021 |
ई06615 |
क्या भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार वैध है? |
i. निवासी व्यक्तियों को विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (फेमा) के अनुसार केवल अधिकृत व्यक्तियों के साथ और अनुमत उद्देश्यों के लिए विदेशी मुद्रा लेनदेन करने की अनुमति है। प्राधिकृत व्यक्तियों की सूची निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है: https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/adlist.aspx.
ii. इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ईटीपी) (रिज़र्व बैंक) निदेश, 2018 [दिनांक 05 अक्टूबर, 2018 की अधिसूचना सं.एफएमआरडी.एफएमआईडी.07/2018-19] के पैरा 3 (1) के अनुसार, कोई भी संस्था इन निर्देशों के तहत आरबीआई के पूर्व प्राधिकरण प्राप्त किए बिना ईटीपी का संचालन नहीं करेगी। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्राधिकृत ईटीपी की सूची निम्नलिखित लिंक पर उपलब्ध है: https://rbi.org.in/scripts/bs_viewcontent.aspx?Id=4080।
iii. इसके अलावा, कृपया 03 फरवरी, 2022 की आरबीआई प्रेस विज्ञप्ति (2021-2022/1660) और 07 सितंबर, 2022 की प्रेस विज्ञप्ति (2022-2023/835) देखें, जो क्रमशः https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PressReleases.aspx?Id=44986&Mode=0
और https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PressReleases.aspx?Id=46112&Mode=0 पर आरबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। आप मार्गदर्शन के लिए https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/Faqs.aspx?Id=87&Mode=0 पर आरबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध विदेशी मुद्रा लेनदेन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (एफएक्यू) का भी संदर्भ ले सकते हैं। |
17 अक्टूबर, 2022 |
टी01227 |
क्या बाइनरी ट्रेडिंग और भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार प्लैटफ़ार्म के संबंध में आस्थगन (डेफरेंस) के लिए अनुबंध वैध है? |
भारत में बाइनरी ट्रेडिंग और विदेशी मुद्रा में कॉन्ट्रैक्ट फॉर डिफरेंस (सीएफडी) की अनुमति नहीं है। |
13 जनवरी, 2023 |
टी01227 |
भारतीय क्षेत्र में भारत के नागरिक को विदेशी मुद्रा में बाइनरी लेनदेन और कॉन्ट्रैक्ट फॉर डिफरेंस के लिए ऐप और वेबसाइट का उपयोग करने की अनुमति क्यों दी गई है? |
विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 के अनुसार निवासी व्यक्तियों को केवल प्राधिकृत व्यक्तियों के साथ और अनुमत उद्देश्यों के लिए विदेशी मुद्रा लेन-देन करने की अनुमति है। |
13 जनवरी, 2023 |
ई00584 |
आरबीआई ने एक अलर्ट सूची प्रकाशित की थी जिसमें प्रतिबंधित विदेशी मुद्रा व्यापारियों की सूची थी। हम जानते हैं कि इन व्यापारियों के बैंक खातों को आरबीआई ने फ्रीज कर दिया है। इस खाते में भारी मात्रा में धन था जिसे हमारे देशों के सामान्य नागरिकों ने इन व्यापारियों की वैधता को जाने बिना निवेश किया था। इसलिए, मैं जानना चाहूंगा कि क्या कोई ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा आम आदमी इन विदेशी मुद्रा व्यापारियों से अपना पैसा वापस पा सकते हैं जिनकी संपत्ति आरबीआई द्वारा जब्त कर दी गई है। |
भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर https://rbi.org.in/scripts/bs_viewcontent.aspx?Id=4235 पर उपलब्ध 'चेतावनी सूची' में उल्लिखित संस्थाओं के किसी खाते/आस्तियों पर रोक नहीं लगाई है।
विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए अप्राधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में शिकायतें राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (https://cybercrime.gov.in) पर दर्ज की जा सकती हैं। यह पोर्टल पीड़ितों/शिकायतकर्ताओं को सभी प्रकार के साइबर अपराध की शिकायतों की ऑनलाइन रिपोर्ट करने की सुविधा प्रदान करने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। पोर्टल पर रिपोर्ट की गई शिकायतों का निपटान शिकायतकर्ताओं द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के संबंधित पुलिस अधिकारियों द्वारा किया जाता है। शिकायतें प्रवर्तन निदेशालय (ed-del-rev@nic.in) और राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के संबंधित पुलिस प्राधिकारियों के पास भी दर्ज की जा सकती हैं। |
02 फरवरी, 2023 |