19 सितंबर 2022
रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर सं. 12/2022: भारत में विनिमय दर का पूर्वानुमान करना:
एक गैर-पैरामीट्रिक कैजुयलिटी-इन-क्वांटाइल्स दृष्टिकोण
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर शृंखला* के अंतर्गत "भारत में विनिमय दर का पूर्वानुमान करना: एक गैर-पैरामीट्रिक कैजुयलिटी-इन-क्वांटाइल्स दृष्टिकोण" शीर्षक से एक वर्किंग पेपर रखा। पेपर का लेखन सीमा जायसवाल ने किया है।
यह पेपर गैर-पैरामीट्रिक कैजुयलिटी-इन-क्वांटाइल्स दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए, आईएनआर/ यूएसडी विनिमय दर, और कच्चे तेल और स्वर्ण की कीमतों, घरेलू और वैश्विक स्टॉक की कीमतों, अस्थिरता सूचकांक (वीआईएक्स) और विभिन्न विदेशी मुद्रा बाजार के नियमों के अंतर्गत निवल विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के बीच संबंधों की जांच करता है। यह जांच विनिमय दर के सशर्त वितरण की विभिन्न मात्राओं के लिए की गई है।
अनुभवजन्य विश्लेषण इंगित करता है कि अधिकांश चुने हुए परिवर्ती, सशर्त वितरण के दो चरम छोर को छोड़कर सभी मात्राओं के लिए आईएनआर की विनिमय दर के साथ कार्य-कारण प्रदर्शित करते हैं। कच्चे तेल की कीमत, घरेलू और वैश्विक स्टॉक सूचकांक प्रतिफल, निवल पोर्टफोलियो निवेश प्रतिलाभ, और वैश्विक अस्थिरता सूचकांक, निम्न और ऊपरी मात्रा को छोड़कर, विदेशी मुद्रा बाजार में सामान्य परिस्थितियों के दौरान विनिमय दर प्रतिफल में घट-बढ़ उत्पन्न करते हैं।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2022-2023/892
|