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अनुसंधान और आंकड़े

रिज़र्व बैंक में बेहतर, नीति उन्मुखी आर्थिक शोध करने, आंकड़ों का संकलन करने और ज्ञान साझा करने की समृद्ध परंपरा है।

प्रेस प्रकाशनी


भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी "अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की जमा–राशि और ऋण की तिमाही सांख्यिकी – जून 2019"

3 सितंबर 2019

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी
‘अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की जमा–राशि और ऋण की तिमाही सांख्यिकी – जून 2019’

आज भारतीय रिजर्व बैंक ने ‘अनुसूचित वाणिज्यिक बैंको की जमा–राशि और ऋण पर तिमाही सांख्यिकी – जून 2019’ नामक अपना वेब प्रकाशन भारतीय अर्थव्यवस्था पर अपने डाटाबेस (डीबीआईई) पोर्टल (वेब-लिंक: https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!3) पर जारी किया। जमा राशि के संबंध में डेटा, जिन्हें प्रकार और कुल ऋण में विभक्त किया गया है, का वर्गीकरण राज्यों, जिला, केंद्रों, जनसंख्या समूहों और बैंक-समूहवार किया गया है। ये आँकड़े मूलभूत सांख्यिकी विवरणी (बीएसआर) -7 प्रणाली1 के तहत क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) तथा लघु वित्त बैंको (एसएफ़बी) सहित सभी वाणिज्यिक बैंकों से संकलित किए गए हैं।

मुख्य बातें:

  • सकल जमा वृद्धि (वर्ष–दर–वर्ष) दो साल के बाद दोहरे अंकों में वापस आ गई; महानगरीय शाखाओं की जमा राशियों में 10.0 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई (पिछले वर्ष 5.5 प्रतिशत) ।

  • मामूली वृद्धि के होते हुए भी सार्वजनिक क्षेत्र बैंक जमा राशि संकलन करने में पीछे ही रहे।

  • शहरी और महानगरीय शाखाओं द्वारा ऋण देने की दर में वृद्धि कम होने के कारण बैंक ऋण की वृद्धि (वर्ष–दर–वर्ष) में मामूली गिरावट हुई है ।

  • अप्रैल-जून 2019 तिमाही के दौरान सभी बैंक समूहों में ऋण वृद्धि में गिरावट देखी गई, जबकि अन्य बैंक समूहों में निजी क्षेत्र के बैंक वृद्धिमान ऋण पोर्टफोलिओ में अग्रणी रहे।

  • एक प्रतिशत शाखाओं, जिनमें से प्रत्येक का ऋण पोर्टफोलियो रु. 500 करोड़ से अधिक था, की कुल ऋण में हिस्सेदारी लगभग 54.7 प्रतिशत थी।

  • अखिल भारतीय स्तर पर ऋण-जमाराशि (सी-डी) अनुपात जून 2019 में घटकर 76.7 प्रतिशत हो गया (पिछली तिमाही में 78.2 प्रतिशत) । आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (एनसीटी) में सी-डी अनुपात 100 प्रतिशत से अधिक दर्ज किया गया।

अजीत प्रसाद
निदेशक  

प्रेस प्रकाशनी: 2019-2020/603


1जुलाई 2019 के प्रथम रिपोर्टिंग शुक्रवार के लिए पाक्षिक ‘फॉर्म-ए’ रिटर्न (रिज़र्व बैंक अधिनियम 1934 की धारा 42 (2) के तहत एकत्र) पर आधारित डेटा पहले हमारी वेबसाइट (होम> सांख्यिकी> डेटा रिलीज> पाक्षिक - भारत में अनुसूचित बैंक की स्थिति का विवरण) में प्रकाशित किया गया है तथा चयनित बैंकों पर आधारित जून 2019 के लिए बैंक ऋण के सकल स्तरीय मासिक क्षेत्रवार नियोजन संबंधी डाटा हमारी वेबसाइट (होम> सांख्यिकी> डेटा रिलीज> मासिक> बैंक ऋण की क्षेत्रवार नियोजन संबंधी डेटा) पर प्रकाशित की गई है।

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