22 मार्च 2019
भारतीय रिज़र्व बैंक के द्वारा जारी ‘तिमाही बीएसआर -1: सितंबर 2018 की तिमाही
के लिए अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का बकाया ऋण'
आज, रिजर्व बैंक ने अपने वेब प्रकाशन के रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) पोर्टल (https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!12) पर तिमाही मूलभूत सांख्यिकीय विवरणी (बीएसआर)-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का बकाया क्रेडिट, सितंबर 2018 की तिमाही के लिए जारी किया जो खाता स्तर की जानकारी पर आधारित है। इसमें बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं जैसे- उधारकर्ता का व्यवसाय/कार्य तथा सांगठनिक क्षेत्र, खाते का प्रकार और ब्याज दर को दर्शाया जाता है। ये आंकड़े बैंक समूह, जनसंख्या समूह और राज्य स्तरों का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा इसमें 93 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) के 1,16,943 कार्यालयों को कवर किया गया है।
विशेष:
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बैंक की ऋण वृद्धि (वर्षानुवर्ष) लगातार छठी तिमाही के लिए तेज हुई और सितंबर 2018 में 13.8 प्रतिशत रही।
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औद्योगिक ऋण, जिसका हिस्सा कुल ऋण में लगभग 34 प्रतिशत है, पिछले एक वर्ष में क्रमिक गति से विस्तार कर रहा है।
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उधारकर्ताओं की प्रमुख व्यावसायिक श्रेणियों में ऋण की वृद्धि में उल्लेखनीय विचलन देखा गया अर्थात कृषि (14.3 प्रतिशत), उद्योग (4.8 प्रतिशत), और व्यक्तिगत उधार (17.4 प्रतिशत)।
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घरेलू क्षेत्र में मार्च 2015 से उल्लेखनीय वृद्धि के बाद अब कुल क्रेडिट में इसकी हिस्सेदारी पिछले एक वर्ष से 47 प्रतिशत पर स्थिर रही है।
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समग्र क्रेडिट वृद्धि में निजी क्षेत्र के बैंकों की हिस्सेदारी सर्वोपरि बनी रही।
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सितंबर 2018 के अंत में भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) 10.33 प्रतिशत रही, जो
सितंबर 2017 के बाद से 29 आधार अंकों (बीपीएस) की कमी दर्शाता है।
अजीत प्रसाद
सहायक परामर्शदाता
प्रेस प्रकाशनी: 2018-2019/2262 |