(ई-निविदा संख्या: आरबीआई/चेन्नै/संपदा/39/21-22/ईटी/48, आरबीआई/चेन्नै/संपदा/36/21-22/ईटी/45 और आरबीआई/चेन्नै/संपदा/37/21-22 /ईटी/46)
उपर्युक्त कार्य के लिए बोली पूर्व बैठक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 05 अगस्त 2021 को पूर्वाह्न 11:00 बजे सम्मेलन कक्ष -III, तीसरी मंजिल, भारतीय रिज़र्व बैंक, चेन्नै में आयोजित की गई और प्रतिभागियों को सिसको वेबेक्स के माध्यम से भी बैठक में भाग लेने की अनुमति प्रदान की गई। बोली पूर्व बैठक के दौरान आरबीआई के निम्नलिखित स्टाफ सदस्य और संभावित निविदाकार / फर्म उपस्थित थे:
क्रम सं |
आरबाई के स्टाफ का नाम और पदनाम |
1. |
श्री एस बी सुरेश कुमार, महाप्रबंधक (संपदा) |
2. |
श्रीमती जया भारती कण्णन, उप महाप्रबंधक (एचआरएमडी) |
3. |
श्री एस कृष्ण कुमार, सहायक महाप्रबंधक (संपदा) |
4. |
श्री अमलादास बोस्को धनराज, सहायक महाप्रबंधक (पीएंडएसई) |
5. |
श्री पी चंद्रशेखर, प्रबंधक (संपदा) |
6. |
श्री विनय राजीव पेद्दीरेड्डी, प्रबंधक (एचआरएमडी) |
7. |
श्री राजेश बोनागिरी, सहायक प्रबंधक (संपदा) |
8. |
श्री अभिलाष के, सहायक (संपदा) |
9. |
श्री श्याम सुंदर ए, सहायक (संपदा) |
क्रम सं |
संभावित फर्म/निविदाकार का नाम (मैसर्स) |
प्रतिनिधि का नाम (श्री/श्रीमती) |
1. |
डे एन डे सर्विसिस (प्रा.) लिमिटेड |
1. ए शेखमोहम्मद |
2. |
यूनाइटेड सर्विसेज |
1. बी. रघुनाथ, प्रोपराइटर
2. नागरजान, मप्र-परिचालन |
3. |
यूनिफैक मैनेजमेंट सर्विसिस(आई) प्रा. लि. |
1. के रंगास्वामी, प्रोपराइटर
2. पी सरवणन |
4. |
रेलॉन सर्विस |
1. एन महेन्द्रकुमार |
5. |
एवरविन सिक्यूरिटी सर्विसिस प्रा.लि. |
1. सी मुरुगन, प्रबंध निदेशक
2. श्री पंडियन |
6. |
मैसर्स नीट एंड क्लीन सर्विसिस स्कैवड |
1. वी प्रसाद |
7. |
एक्स-सर्विसमेन एवरविन कंपनी |
1. सी पलनीयाम्माल, निदेशक (सिसको वेबेक्स) |
8. |
स्वाति स्पोर्ट सर्विसिस |
1. पी मोहन, बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर |
9. |
मैसर्स फर्स्टमैन प्रबंधन सेवाएं(प्रा) लि |
1. शक्तिवेल वी, सहायक प्रबंधक |
10. |
जगदम्बा सर्विस सोल्यूशन्स |
1. विनोदकुमार, उमप्र(परिचालन) |
11. |
एलर्ट सिक्यूरिटी सर्विसस |
1. एस. भारत |
12. |
मैसर्स निकड इंडिया बिजनेस सोल्यूशन्स प्रा. लिमिटेड |
1) निरंजन मुदालियार (सिसको वेबेक्स)
2) आर मथियालगन (सिसको वेबेक्स)
3) संध्या (सिसको वेबेक्स) |
बोली-पूर्व बैठक के दौरान निम्नलिखित प्रश्न/प्रस्ताव उठाए गए:
क्रम
सं |
प्रश्न/प्रस्ताव |
बैंक द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण |
1 |
क्या एनएसआईसी या उद्यम प्रमाणन के साथ पंजीकृत बोलीकर्ता के लिए ईएमडी छूट की अनुमति है? आरबीआई पणजी और आरबीएससी, चेन्नै वर्तमान में एमएसई बोलीकर्ताओं को ईएमडी छूट प्रदान कर रहे हैं। तो कृपया इस पर विचार किया जाए। |
यह छूट लागू नहीं है क्योंकि इन एएमसी निविदाओं की अनुमानित लागत 10 लाख रुपये से अधिक है। वर्तमान में लागू अनुदेशों के अनुसार छूट केवल 10 लाख रुपये तक (सभी करों, ड्यूटी, आदि सहित) की अनुमानित लागत वाली सभी खरीद(वस्तुओं, सेवाओं या कार्यसंविदाओं) में उद्यम पंजीकरण संख्या (उद्योग आधार ज्ञापन संख्या) वाले एमएसई पर लागू होती है। |
2 |
वित्त मंत्रालय की 12.11.2020 की अधिसूचना के अनुसार सेवा संविदाओं के लिए प्रतिभूति जमाराशि पहले के 5% से 10% के स्थान पर 3% निर्धारित की गई है। क्या प्रतिभूति जमाराशि में कमी पर विचार किया गया है? |
हां,प्रतिभूति जमाराशि में कमी पर विचार किया जा सकता है। खंड एफ का पैरा 53: एफ- सभी तीनों निविदा दस्तावेजों में संविदाकारों को सामान्य अनुदेश को निम्नानुसार पढ़ा जाएः प्रतिभूति जमाराशिः
“सफल निविदाकार को संविदा को विधिवत पूरा किए जाने के लिए किसी भी अनुसूचित बैंक से कार्यनिष्पादन बैंक गारंटी के रूप में संविदा मूल्य के 3% की राशि बैंक द्वारा निर्धारित प्रपत्र में (जिसे स्वीकृति पत्र के साथ जमा किया जाएगा) प्रतिभूति जमाराशि के रूप में जमा करना होगा। प्रतिभूति जमाराशि के लिए प्रदर्शन बैंक गारंटी पूरी संविदा अवधि के लिए मान्य होगी।” |
3 |
तीनों निविदाओं में अलग-अलग राशि के शोधन क्षमता प्रमाणपत्र मांगे गए हैं। एक शोधन क्षमता प्रमाणपत्र जारी करने के लिए बैंक 25000/- की भारी राशि लेते हैं। तमिलनाडु निविदा पारदर्शिता अधिनियम, जो कि तमिलनाडु में सभी संस्थानों पर लागू है, के अनुसार एकल निवल मालियत प्रमाणपत्र पर विचार किया जाए। इसलिए हम आपसे अनुरोध करते हैं कि बोली लगाने वालों को उच्चतम मूल्य यानी 1.15 करोड़ रुपये के लिए एकल निवल मालियत या शोधन क्षमता प्रमाणपत्र जमा करने की अनुमति दें। |
वर्तमान में लागू अनुदेशों के अनुसार फर्म को निविदा की अनुमानित लागत के लिए आशयित बोलीकर्ता निर्धारित प्रारूप में अपने बैंकर द्वारा जारी (निविदा दस्तावेज में संलग्न) एक शोधन क्षमता प्रमाणपत्र जमा करना चाहिए। यदि आशयित निविदाकार तीनों (03) निविदाओं में भाग लेने के लिए इच्छुक है तो उसे रु326 लाख (रुपये तीन करोड़ छब्बीस लाख मात्र) की राशि जो कि सभी तीनों संविदाओं के लिए इसी प्रकार के प्रपत्र में एक साथ बैंक द्वारा अनुमान की गई राशि है, के लिए एकल शोधन प्रमाणपत्र/बैंकर्स प्रमाणपत्र जमा करने की अनुमति है। |
4 |
(क) आम तौर पर मानव शक्ति सेवा एजेंसी के मामले में ईपीएफ, ईएसआई आदि के नोटिस जारी किए जाते रहते हैं। माननीय न्यायालयों का निर्णय इस बात के लिए अंतिम प्राधिकार होता है कि किसी एजेंसी ने अपराध किया है या चूक की है। अत: महज किसी प्राधिकारी द्वारा कार्यवाही की जानी या नोटिस जारी किए जाना बोलीकर्ताओं को अस्वीकृत करने का कारण नहीं हो सकता। किंतु विधि न्यायालय द्वारा किसी एजेंसी को दोषसिद्ध किया जाए तो उसे चूककर्ता के रूप में माना जा सकता है और उसकी बोलियों को स्वीकृत किया जा सकता है। इसी प्रकार की शर्त सीमा-शुल्क विभाग, मीनंबाक्कम, चेन्नै-600027 द्वारा जारी की गई निविदा में विनिर्दिष्ट की गई थी। बाद में उसे संशोधित किया गया और तदनुसार शुद्धि-पत्र जारी किया गया। अत: हमारा अनुरोध है कि इसे संशोधित किया जाए या शुद्धि-पत्र जारी किया जाए।
(ख) क्या अपने ग्राहकों द्वारा की गई दोषपूर्ण कार्यच्युति/ कालीसूची में शामिल किए जाने/ विवर्जन/ सूची से हटाए जाने पर माननीय न्यायालयों द्वारा जारी किए गए रोक आदेश/ अंतरिम आदेश के संबंध में छूट है? |
यह सूचित किया जाता है कि निविदाकार को निविदा दस्तावेज के खंड-ग, अर्थात संस्था के हित में ई-निविदा में भाग लेने संबंधी पात्रता मानदंड, में बताई गई सभी शर्तों को पूरा करना होगा। |
5 |
क्या सेवा प्रभारों का कोई न्यूनतम प्रतिशत है जिसे निविदाओं में कोट करना है? |
जी नहीं, सेवा प्रभारों का कोई न्यूनतम प्रतिशत नहीं है। तथापि, ‘शून्य’ या अविवेकशील कोटों का प्रस्ताव करने वाले बोलीकर्ताओं को अपात्र ठहराया जा सकता है।
सेवा प्रभार कोट करते समय बोलीकर्ताओं के लिए आवश्यक है कि वे तैनात किए गए अपने हाउसकीपिंग स्टाफ के माध्यम से कार्य पूरा करने की दृष्टि से प्रबंधकीय पर्यवेक्षी/ प्रशासनिक सेवाएं प्रदान करने संबंधी सभी व्ययों को शामिल करते हों।
साथ ही, असाधारण रूप से कम बोलियों के मामले में बैंक बोलीकर्ताओं से लिखित स्पष्टीकरण मांग सकता है, जैसे- कार्य की व्याप्ति की दृष्टि से उसकी बोली के मूल्य का विस्तृत मूल्यगत विश्लेषण, समय-सारणी, संसाधनों का जुटाव, जोखिमों व दायित्वों का आबंटन, तथा निविदा दस्तावेज के अनुसार अन्य अपेक्षाएं। |
6 |
वित्त वर्ष 2020-21 से संबंधित आईटी विवरणी और तुलन-पत्र दाखिल करने की नियत तारीख भारत सरकार द्वारा निर्धारित नहीं की गई है, अत: अनुरोध है कि आप वर्ष 2017-18 और 2019-20 से संबंधित तुलन-पत्रों और आईटी विवरणियों पर विचार करें। |
यदि फर्म ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आईटी विवरणी दाखिल नहीं की है तो उसे पिछले 3 वित्त वर्षों, अर्थात वित्त वर्ष: 2017-18, 2018-19 और 2019-20 की आईटी विवरणियां प्रस्तुत करने की अनुमति है। वित्त वर्ष 2020-21 की आईटी विवरणी जैसे और जब भी बोलीकर्ता द्वारा दाखिल की जाए, उसे प्रस्तुत की जाए। |
7 |
प्रयुक्त सफाई सामग्रियों की मात्रा। |
प्रयुक्त सफाई सामग्रियों की गुणवत्ता का निर्धारण संबंधित परिसरों का दौरा कर किया जाए। आशयित निविदाकार बैंक से पूर्व-अनुमोदन प्राप्त करके मुख्य कार्यालय के परिसर और सभी कॉलोनियों का दौरा कर सकते हैं और निविदा प्रस्तुत करने से पहले स्थलों की स्थिति से स्वयं परिचित हो जाएं। |
8 |
न्यूनतम मज़दूरी और अन्य सांविधिक अपेक्षाओं में परिवर्तन |
यह स्पष्ट किया गया कि जब भी भारत सरकार और अन्य सांविधिक प्राधिकरणों द्वारा ईपीएफ, ईएसआई, बोनस के भुगतानों और अन्य सांविधिक भुगतानों आदि में संशोधन किया जाए तो एजेंसी बैंकों सूचित करेगी तथा बैंक उसकी सावधानीपूर्वक छानबीन करके उसकेी प्रतिपूर्ति करेगा। |
9 |
जिन बोलीकर्ताओं ने पिछली निविदाओं में भाग लेने हेतु शोधन-क्षमता प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया था, जिन्हें रद्द कर दिया गया था (ई-निविदा सं.: आरबीआई/चेन्नै/संपदा/349/20-21/ET/514, आरबीआई/चेन्नै/संपदा/351/20-21/ET/517 और आरबीआई/चेन्नै/संपदा/354/20-21/ET/520), क्या वे अब उसे प्रस्तुत कर सकते हैं? |
जहां तक मुख्य कार्यालय परिसर और कॉलोनियों में हाउसकीपिंग सेवाओं से संबंधित रद्द की गई एएमसी निविदाओं के संबंध में प्रस्तुत किए शोधन-क्षमता प्रमाणपत्र का सवाल है उनकी अनुमति केवल निम्नलिखित परिस्थितियों में दी जा सकती है:
i) उन्हें ऊपर बताए अनुसार रद्द की गई एएमसी निविदाओं में भाग लेने के लिए ही विशिष्ट रूप से जारी किया गया था।
ii) बैंक द्वारा प्रमाणित राशि बैंक द्वारा अनुमानित मौजूदा राशि के बराबर से अधिक हो। |
10 |
सफाई सामग्रियों की आपूर्ति के संबंध में बैंक का क्या प्रस्ताव है? |
यह स्पष्ट किया जाता है कि बैंक किसी सफाई सामग्री की आपूर्ति नहीं करेगा और उनकी खरीद संविदाकारों द्वारा ही की जानी है। |
11 |
मासिक बिलों के भुगतान की समय-सीमा |
मासिक बिलों का भुगतान सभी आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत किए जाने पर इन्वाइस प्रस्तुत करने की तारीख से एक माह के भीतर एनईएफटी/ आरटीजीएस के माध्यम से किया जाएगा। |
12 |
यदि कर्मचारियों को राष्ट्रीय अवकाशों में तैनात किया जाए तो क्या उसकी लागत का वहन संविदाकार द्वारा किया जाना होगा या बैंक द्वारा उसकी प्रतिपूर्ति की जाएगी? |
यदि हाउसकीपिंग स्टाफ को राष्ट्रीय अवकाशों में तैनात किया जाए तो उसकी प्रतिपूर्ति श्रम कानूनों के मुताबिक समुचित रूप से की जाएगी और उसे बिल प्रस्तुत करते समय हिसाब में लिया जा सकता है। |
टिप्पणी: उक्त संशोधन/ स्पष्टीकरण सभी आशयित बोली लगाने वालों की सूचनार्थ जारी किए गए हैं। बोली-पूर्व बैठक का कार्यवृत्त बोली के दस्तावेज/ करार का हिस्सा बनेगा। बोली के दस्तावेजों में उल्लिखित अन्य निबंधन व शर्तों में कोई बदलाव नहीं है। अत: निविदाकारों को उन पर हस्ताक्षर करके उन्हें निविदा के साथ प्रस्तुत करना चाहिए। बोली प्रस्तुत करने का तात्पर्य यह माना जाएगा कि वह बोली के दस्तावेजों और संशोधनों/ स्पष्टीकरणों के अनुरूप हैं।
क्षेत्रीय निदेशक
भारतीय रिज़र्व बैंक
चेन्नै |