16 दिसंबर 2020
रिज़र्व बैंक ने विनियामक सैंडबॉक्स के तहत दूसरी इकाई (कोहॉर्ट) खोलने की घोषणा की
17 नवंबर 2020 को जारी प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से रिटेल भुगतान पर पहली इकाई (कोहॉर्ट) के तहत परीक्षण चरण की शुरुआत की घोषणा के बाद, रिज़र्व बैंक ने अब 'सीमापार भुगतान’ विषय के साथ विनियामक सैंडबॉक्स (आरएस) के तहत दूसरी इकाई (कोहॉर्ट) खोलने की घोषणा की है।
2. भारत, वैश्विक शेयर के 15% के साथ दुनिया भर में इनबाउंड विप्रेषण का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता है; वर्ष 2019 में भारत को 83 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 2020 की पहली छमाही में 27.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्राप्त हुआ है। इसके अलावा, भारत में ओटीसी विदेशी मुद्रा लिखतों का दैनिक औसत टर्नओवर लगभग 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। कोहॉर्ट से उम्मीद की जाती है कि वे कम लागत, सुरक्षित, सुविधाजनक और पारदर्शी प्रणाली की जरूरतों को तेजी से पूरा करने के लिए नई प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाकर सीमापार भुगतान परिदृश्य को बदलने (रिकास्ट) में सक्षम नवाचारों को बढ़ावा दें।
3. नवाचार और वैविध्यपूर्ण पात्रता मानदंड को प्रोत्साहित करने के लिए, आरएस में भाग लेने हेतु साझेदारी फर्म और सीमित देयता भागीदारी (एलएलपी) सहित निवल मालियत अपेक्षाओं को मौजूदा ₹25 लाख से ₹10 लाख तक कम करके सक्षम ढांचे को संशोधित किया गया है। वे संस्थाएं, जो पात्रता मानदंड (जैसा कि आज अर्थात् 16 दिसंबर 2020 को प्रकाशित अद्यतन ढांचा में निर्धारित किया गया है) को पूरा करती हो और जिनकी उत्पाद प्रौद्योगिकी, कोहॉर्ट के विषय के अनुसार आरएस में परीक्षण और / या व्यापक बाजार में तैनाती के लिए तैयार हो, आवेदन कर सकते हैं।
4. कोहॉर्ट के लिए आवेदन प्रस्तुत करने की विंडो 21 दिसंबर 2020 से 15 फरवरी 2021 तक खुली रहेगी। संलग्नक (अधिकतम आकार 10 एमबी) के साथ आवेदन की एक स्कैन प्रति ईमेल के माध्यम से भेजी जा सकती है।
5. तीसरे कोहॉर्ट के लिए विषय के रूप में ‘एमएसएमई उधार’ का चयन करने का भी निर्णय लिया गया है, जिसका विवरण उचित समय पर घोषित किया जाएगा।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2020-2021/787 |