24 नवंबर 2015
भारतीय रिज़र्व बैंक ने स्थिर दर एलएएफ और
एमएसएफ परिचालनों की समय सीमा में वृद्धि की
तरलता प्रबंधन परिचालनों में आसानी के लिए प्रयास के रूप में, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 3 अगस्त 2015 से स्थिर दर एलएएफ और एमएसएफ परिचालनों के लिए स्ट्रेट थ्रू प्रोसेसिंग (एसटीपी) लागू कर दिया है। प्रयासों में निरंतरता को बनाए रखते हुए और पात्र बाजार सहभागियों को इस समय सीमा में अधिक लचीलापन देने के उद्देश्य से,भारतीय रिज़र्व बैंक ने स्थिर दर एलएएफ और एमएसएफ परिचालनों की समय सीमा में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। संशोधित समय सीमा निम्ननुसार होगी :
परिचालन का प्रकार |
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विंडो समयावधि |
एलएएफ रिपो |
: |
पूर्वाह्न 9:00 से अपराह्न 3:00 |
एलएएफ रिवर्स रिपो |
: |
अपराह्न 5:30 से अपराह्न 7:30 |
एमएसएफ |
: |
अपराह्न 5:30 से अपराह्न 7:30 |
एलएएफ परिचालनों के परिणाम संबंधित नीलामी खिड़कियों के बंद हो जाने के बाद उपलब्ध कराए जाएंगे।
आगे, चूंकि बाजार के प्रतिभागियों को रिपो और एमएसएफ/रिवर्स रिपो में अपनी बोली/प्रस्तावों के लिए पर्याप्त लंबी समयावधि उपलब्ध होगी, बाजार सहभागियों द्वारा वास्तविक बोली प्रस्तुत करने के विकल्प हो बंद हो जाएंगे।
ये परिवर्तन 30 नवंबर, 2015 (सोमवार) से प्रभावी हो जाएंगे।
अल्पना किल्लावाला
प्रधान मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2015-2016/1231 |