4 सितंबर 2013
डॉ. रघुराम राजन ने भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया
डॉ. रघुराम राजन ने 4 सितंबर 2013 को भारतीय रिज़र्व बैंक के 23वें गवर्नर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। इससे पहले वे वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार थे और शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल में वित्त के एरिक जे. ग्लीशर विशिष्ट सेवा प्राध्यापक थे। वर्ष 2003 और 2006 के बीच डॉ. राजन अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में मुख्य अर्थशास्त्री और अनुसंधान निदेशक थे।
डॉ. राजन की अनुसंधान अभिरूचि बैंकिंग, कॉरपोरेट वित्त और आर्थिक विकास, विशेषकर इसमें वित्त की भूमिका में है। वे वर्ष 2003 में लुईगी जिंगेल्स के साथ पूंजीपतियों से पूंजीवाद को बचाना के सह-लेखक रहे। इसके बाद उन्होंने फॉल्ट लाइनःहाउ हिडन फ्रक्चर्स स्टिल थ्रेटन दि वर्ल्ड इकॉनमी लिखा जिसके लिए उन्हें वर्ष 2010 में सर्वश्रेष्ठ कारोबारी पुस्तक के लिए फाइनेंसिएल-गोल्डमैन सैश पुरस्कार दिया गया।
डॉ. राजन तीस के समूह के सदस्य हैं। वे वर्ष 2011 में अमेरिकन वित्त संघ के अध्यक्ष थे और अमेरिकन कला और विज्ञान एकेडमी के सदस्य थे। जनवरी 2003 में अमेरिकन वित्त संघ ने डॉ. राजन को 40 वर्ष की आयु में सर्वोत्तम वित्त अनुसंधानकर्ता के लिए प्रारंभिक फिशर ब्लैक प्राइज प्रदान किया गया। उनके द्वारा प्राप्त किए गए अन्य पुरस्कारों में वर्ष 2011 में नैसकॉम से वर्ष वैश्विक भारतीय पुरस्कार, वर्ष 2012 में आर्थिक विज्ञान के लिए इंफोसिस पुरस्कार तथा वर्ष 2013 में वित्तीय अर्थशास्त्र के लिए वित्तीय अध्ययन-ड्यूस बैंक केंद्र पुरस्कार शामिल है।
3 फरवरी 1963 को पैदा हुए डॉ. राजन का राधिका के साथ विवाह हुआ और उनके दो बच्चे हैं।
अल्पना किल्लावाला
प्रधान मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2013-2014/489 |