14 फरवरी 2024
गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के एमडी और सीईओ
के साथ बैठक की
गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने 14 फरवरी 2024 को मुंबई में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और चुनिंदा निजी क्षेत्र के बैंकों के एमडी और सीईओ के साथ बैठक की। ये मुलाक़ात, रिज़र्व बैंक की अपनी विनियमित/ पर्यवेक्षित संस्थाओं के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ निरंतर बातचीत का हिस्सा है। बैठकों में उप गवर्नर, श्री एम. राजेश्वर राव और श्री स्वामीनाथन जे. के साथ-साथ विनियमन और पर्यवेक्षण कार्यों के प्रभारी कार्यपालक निदेशक भी शामिल हुए। ऐसी पिछली बैठक 11 जुलाई 2023 को हुई थी।
गवर्नर ने अपने भाषण में बैंकों और समग्र बैंकिंग क्षेत्र के बेहतर वित्तीय कार्य-निष्पादन के लिए उनकी सराहना की। बैंकों की स्वस्थ तुलन-पत्र के साथ घरेलू वित्तीय प्रणाली की आघात-सहनीयता पर ध्यान देते हुए, उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की ढिलाई की कोई गुंजाइश नहीं है और बैंकों को जोखिमों की उत्पत्ति, यदि कोई हो, पर अपनी निगरानी बनाए रखनी चाहिए। गवर्नर ने बिज़नेस मॉडल व्यवहार्यता; वैयक्तिक ऋणों में अत्यधिक वृद्धि; सह-उधार दिशानिर्देशों का पालन; एनबीएफसी क्षेत्र के लिए बैंक का एक्सपोज़र; चलनिधि संबंधी जोखिम प्रबंधन; आईटी और साइबर सुरक्षा तैयारी, परिचालनात्मक आघात- सहनीयता, डिजिटल धोखाधड़ी; और आंतरिक रेटिंग संबंधी रूपरेखा को मजबूत करने संबंधी मुद्दों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि ग्राहक शिकायत निवारण तंत्र और ग्राहकों के हितों की सुरक्षा, वित्तीय प्रणाली और प्रत्येक वित्तीय संस्थानों की सुरक्षा और स्थिरता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
गवर्नर ने बैंकों को भारतीय रिज़र्व बैंक की फिनटेक पहल में सक्रिय रूप से भाग लेने और डिजिटल बैंकिंग इकाइयों (डीबीयू) को और बढ़ावा देने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/1879
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