4 मई 2020
रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने एनबीएफ़सी और म्यूचुअल फंड के प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा बात की
गवर्नर, भारतीय रिज़र्व बैंक ने एनबीएफ़सी-लघु वित्त संस्थान (एनबीएफ़सी-एमएफ़आई) सहित गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफ़सी) और म्यूचुअल फंड (एमएफ़) के प्रतिनिधियों के साथ आज वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा दो अलग-अलग सत्रों में बैठकें की। बैठकों में रिज़र्व बैंक के उप-गवर्नरों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
गवर्नर ने अंतिम समय में ऋण प्रदान करने के एमएफआई सहित एनबीएफसी की महत्वपूर्ण भूमिका और वित्तीय मध्यस्थता में म्युचुअल फंड के महत्व को स्वीकारा ।
बैठक के दौरान अन्य मामलों के बीच, निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा की गई।
एनबीएफ़सी-एमएफ़आई सहित एनबीएफ़सी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक:
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बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से चलनिधि की उपलब्धता;
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अर्ध-शहरी, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एमएसएमई, व्यापारियों और पिरामिड के निचले स्तर के ग्राहकों के लिए कार्यशील पूंजी सहित ऋण की आपूर्ति हेतु लॉकडाउन पश्चात कार्यनीति;
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आरबीआई द्वारा घोषित ऋण की किस्तों की चुकौती पर तीन महीने की अधिस्थगन का कार्यान्वयन; और शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करना
म्यूचुअल फंड उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक:
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चलनिधि के प्रावधान के संबंध में रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए उपायों का प्रभाव;
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बांड बाजारों के कामकाज की समीक्षा;
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आगे के लिए योजना
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2019-2020/2308 |