31 दिसंबर 2019
वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान
भारत के भुगतान संतुलन में गतिविधियां
दूसरी तिमाही अर्थात् जुलाई- सितंबर 2019-20 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े विवरण-। (बीपीएम6 फॉर्मेट) और ।। (पुराना फॉर्मेट) में प्रस्तुत किए गए हैं।
2019-20 की दूसरी तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं
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भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) 2019-20 की दूसरी तिमाही में 6.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.9 प्रतिशत) था, जोकि 2018-19 की दूसरी तिमाही में 19 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.9 प्रतिशत) तथा पूर्ववर्ती तिमाही के 14.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.0 प्रतिशत) से कम हो गया।
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चालू खाता घाटे में मुख्य रूप से संकुचन एक वर्ष पहले के 50.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में 38.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक के कमतर व्यापार घाटे के कारण हुआ।
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कंप्यूटर, यात्रा और वित्तीय सेवाएँ की निवल आय में वृद्धि के कारण निवल सेवा प्राप्तियां वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 0.9 प्रतिशत तक बढ़ गई ।
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निजी अंतरण प्राप्तियां, जो कि विदेशों में नौकरी करने वाले भारतीयों द्वारा किए जाने वाले धन प्रेषणों को दर्शाती हैं, पिछले वर्ष के स्तर से 5.2 प्रतिशत बढ़कर 21.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।
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वित्तीय खाते में, निवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही के करीबन समान 7.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर के स्तर पर बना रहा।
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ऋण बाजारों में निवल खरीद के कारण विदेशी संविभाग निवेश में 2018-19 की दूसरी तिमाही के 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बहिर्वाह की तुलना में 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल अंतर्वाह दर्ज किया गया।
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बाह्य वाणिज्यिक उधार के कारण निवल अंतर्वाह 2018-19 की दूसरी तिमाही में 2.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में 3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा।
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विदेशी मुद्रा भंडारों (बीओपी आधार पर) में वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही के 1.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की ह्रास की तुलना में 5.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अभिवृद्धि हुई (सारणी 1)।
अप्रैल-सितंबर 2019-20 (2019-20 की पहली छमाही) के दौरान बीओपी
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सीएडी 2018-19 की पहली छमाही की 2.6 प्रतिशत की तुलना में 2019-20 की पहली छमाही में जीडीपी के 1.5 प्रतिशत तक कम हो गया जिसका मुख्य कारण व्यापार घाटों में कमी है जो 2018-19 की पहली छमाही में 95.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में 2019-20 की पहली छमाही में 84.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक संकुचित हुई।
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निवल अदृश्य आय 2019-20 की पहली छमाही में अधिक थी जिसका मुख्य कारण निवल सेवाओं की आय में वृद्धि और निजी हस्तांतरण प्राप्तियाँ है।
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2019-20 की पहली छमाही में निवल एफ़डीआई अंतर्वाह 21.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा जो 2018-19 की पहली छमाही के तुलना में अधिक है।
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संविभाग निवेश में एक वर्ष पहले के 9.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बहिर्वाह की तुलना में 2018-19 की पहली छमाही में 7.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल अंतर्वाह दर्ज किया गया।
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2019-20 की पहली छमाही में विदेशी मुद्रा भंडार (बीओपी आधार पर) में 19.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अभिवृद्धि हुई।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2019-2020/1556
सारणी 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें |
(बिलियन अमेरिकी डॉलर) |
|
जुलाई-सितंबर 2019 प्रा |
जुलाई-सितंबर 2018 |
अप्रैल-सितंबर 2019-20 प्रा |
अप्रैल-सितंबर 2018-19 |
|
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
क. चालू खाता |
161.2 |
167.5 |
-6.3 |
160.0 |
179.1 |
-19.0 |
321.9 |
342.3 |
-20.4 |
315.8 |
350.6 |
-34.8 |
1. माल |
80.0 |
118.1 |
-38.1 |
83.4 |
133.4 |
-50.0 |
162.7 |
247.0 |
-84.3 |
166.8 |
262.6 |
-95.8 |
जिसमें से: |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
पीओएल |
10.2 |
29.6 |
-19.3 |
11.8 |
35.3 |
-23.5 |
21.3 |
64.9 |
-43.6 |
23.6 |
70.1 |
-46.5 |
2. सेवा |
52.4 |
31.9 |
20.4 |
50.1 |
29.8 |
20.3 |
104.6 |
64.1 |
40.5 |
98.3 |
59.4 |
38.9 |
3. प्राथमिक आय |
6.8 |
15.5 |
-8.6 |
5.6 |
14.2 |
-8.6 |
12.6 |
27.4 |
-14.7 |
11.0 |
25.4 |
-14.4 |
4. द्वितीयक आय |
22.0 |
2.0 |
20.0 |
20.9 |
1.5 |
19.4 |
41.9 |
3.9 |
38.0 |
39.7 |
3.3 |
36.4 |
ख. पूंजी लेखा और वित्तीय लेखा |
140.3 |
133.4 |
6.9 |
131.4 |
113.0 |
18.5 |
278.3 |
257.5 |
20.8 |
274.0 |
239.4 |
34.6 |
जिसमें से: |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
मुद्रा भंडार में परिवर्तन (वृद्धि (-)/कमी (+)) |
0.0 |
5.1 |
-5.1 |
1.9 |
0.0 |
1.9 |
0.0 |
19.1 |
-19.1 |
13.2 |
0.0 |
13.2 |
ग. भुल-चूक (-) (ए+बी) |
|
0.7 |
-0.7 |
0.6 |
|
0.6 |
|
0.3 |
-0.3 |
0.3 |
|
0.3 |
प्रा : प्रारंभिक |
नोट : पूर्णांकन के कारण उप घटकों का योग कुल योग से भिन्न हो सकता है। |
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