संस्थागत और खुदरा निवेशकों को अपने निवेश की योजना में सक्षम बनाने और सरकारी प्रतिभूतियों के बाजार में पारदर्शिता और स्थिरता प्रदान करने के लिए, वित्तीय वर्ष 2019-20 की दूसरी छमाही के लिए सरकार द्वारा दिनांकित प्रतिभूतियों को जारी करने के लिए एक सांकेतिक कैलेंडर (01 अक्टूबर 2019 से 31 मार्च 2020) भारत सरकार के परामर्श से तैयार किया गया है। निर्गम कैलेंडर इस प्रकार है:
भारत सरकारी की दिनांकित प्रतिभूतियों के निर्गम की समय-सारणी
(01 अक्टूबर 2019 से 31 मार्च 2020) |
क्र.सं. |
नीलामी सप्ताह |
राशि
(₹ करोड़ में) |
प्रतिभूति-वार आबंटन |
1 |
01-04 अक्टूबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 1-4 वर्ष |
ii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
iii) ₹ 7000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iv) ₹ 1000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
v) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
2 |
07-11 अक्टूबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 4000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
ii) ₹ 6000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
iv) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
3 |
14-18 अक्टूबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 1-4 वर्ष |
ii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
iii) ₹ 7000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iv) ₹ 1000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
v) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
4 |
28 अक्टूबर से 01 नवंबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 4000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
ii) ₹ 6000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
iv) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
5 |
04-08 नवंबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 1-4 वर्ष |
ii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
iii) ₹ 7000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iv) ₹ 1000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
v) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
6 |
11-15 नवंबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 4000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
ii) ₹ 6000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
iv) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
7 |
18-22 नवंबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 1-4 वर्ष |
ii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
iii) ₹ 7000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iv) ₹ 1000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
v) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
8 |
25-29 नवंबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 4000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
ii) ₹ 6000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
iv) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
9 |
02-06 दिसंबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 1-4 वर्ष |
ii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
iii) ₹ 7000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iv) ₹ 1000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
v) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
10 |
09-13 दिसंबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 4000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
ii) ₹ 6000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
iv) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
11 |
16-20 दिसंबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 1-4 वर्ष |
ii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
iii) ₹ 7000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iv) ₹ 1000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
v) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
12 |
23-27 दिसंबर 2019 |
16,000 |
i) ₹ 4000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
ii) ₹ 6000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
iv) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
13 |
30 दिसंबर 2019 से 03 जनवरी 2020 |
16,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 1-4 वर्ष |
ii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
iii) ₹ 7000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iv) ₹ 1000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
v) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
14 |
06-10 जनवरी 2020 |
16,000 |
i) ₹ 4000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
ii) ₹ 6000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
iv) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
15 |
13-17 जनवरी 2020 |
16,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 1-4 वर्ष |
ii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
iii) ₹ 7000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iv) ₹ 1000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
v) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
16 |
20-24 जनवरी 2020 |
14,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
ii) ₹ 6000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
iv) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
17 |
27-31 जनवरी 2020 |
14,000 |
i) ₹ 2000 करोड़ के लिए 1-4 वर्ष |
ii) ₹ 2000 करोड़ के लिए 5-9 वर्ष |
iii) ₹ 5000 करोड़ के लिए 10-14 वर्ष |
iv) ₹ 1000 करोड़ के लिए 15-24 वर्ष |
v) ₹ 4000 करोड़ के लिए 25 या इससे अधिक वर्ष |
कुल |
2,68,000 |
|
जैसाकि अब तक होता रहा है, इस समय-सारणी में समाहित सभी नीलामियों में गैर-प्रतिस्पर्धी बोली योजना की सुविधा रहेगी जिसके अंतर्गत अधिसूचित राशि का 5 प्रतिशत निर्दिष्ट खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित रहेगा।
विगत की भांति, भारतीय रिज़र्व बैंक/भारत सरकार के पास यह लचीलापन बना रहेगा कि वह भारत सरकार की आवश्यकताओं, उभरती बाज़ार स्थितियों तथा अन्य संबद्ध कारकों को ध्यान में रखते हुए विधिवत सूचना देकर उक्त सारणी में दर्शायी गयी अधिसूचित राशि, निर्गम अवधि, परिपक्वता, आदि में आशोधन कर सके और गैर-मानक परिपक्वता वाली लिखतों सहित विभिन्न प्रकार की लिखतों और एफआरबी सहित फ्लोटिंग रेट इंस्ट्रूमेंट्स(एफआरबी), सीपीआई से जुड़े मुद्रास्फीति लिंक बॉन्ड, बाजार की स्थिति और अन्य प्रासंगिक कारकों को ध्यान में रखते हुए और बाजार को उचित सूचना देते हुए, भारत सरकार की आवश्यकता के आधार पर जारी कर सकें। कैलेंडर परिवर्तन के अधीन है, यदि परिस्थितियां इसकी मांग करें, साथ ही बीच में आनेवाली छुट्टियों के कारण। इस तरह के परिवर्तन को प्रेस प्रकाशनी के माध्यम से संप्रेषित किए जाएंगे।
भारतीय रिज़र्व बैंक, भारत सरकार के परामर्श से, ग्रीन-शू विकल्प का प्रयोग करने का अधिकार रखता है, जो उपरोक्त प्रतिभूति के किसी भी एक या अधिक के विरुद्ध ₹ 1000 करोड़ तक का अतिरिक्त अंशदान बनाए रखने का है, जिसे नीलामी अधिसूचना में दर्शाया जाएगा। हालाँकि, नीलामी में एक या अधिक प्रतिभूतियों के भीतर ग्रीन शू ऑप्शन का प्रयोग नीलामी के लिए समग्र अधिसूचित राशि के अंदर होगा।
रिज़र्व बैंक महीने के हर तीसरे सोमवार को नीलामी के माध्यम से प्रतिभूतियों के स्विच का भी आयोजन करेगा।