14 मार्च 2019
एफएसडीसी उप-समिति की 22 वीं बैठक - मुंबई
वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की उप-समिति की एक बैठक आज मुंबई में आयोजित की गई। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर श्री शक्तिकान्त दास ने बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उप-समिति के सदस्य - श्री सुभाष चंद्र गर्ग, वित्त सचिव, वित्त मंत्रालय; श्री इन्जेटी श्रीनिवास, सचिव, कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय; डॉ.कृष्णमूर्ति सुब्रमणियन, मुख्य आर्थिक सलाहकार, वित्त मंत्रालय ; डॉ.एस. सी. खुंटिया, अध्यक्ष, भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई); श्री हेमंत जी कॉन्ट्रेक्टर, अध्यक्ष, पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए); रिजर्व बैंक के उप-गवर्नर - श्री एन.एस.विश्वनाथन, डॉ. विरल वी.आचार्य, श्री बी.पी.कानुनगो और श्री महेश कुमार जैन ; डॉ.शशांक सक्सेना, सचिव, वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद; और डॉ. दीपक मोहंती, रिजर्व बैंक के कार्यपालक निदेशक ने भाग लिया। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) का प्रतिनिधित्व श्री जी. महालिंगम, पूर्णकालिक सदस्य द्वारा किया गया, जबकि भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) का प्रतिनिधित्व डॉ. नवरंग सैनी, पूर्णकालिक सदस्य द्वारा किया गया।
उप-समिति ने देश की वित्तीय स्थिरता पर प्रभाव डालने वाले वैश्विक और घरेलू मोर्चों के प्रमुख घटनाक्रमों की समीक्षा की। उप-समिति ने क्रेडिट रेटिंग की गुणवत्ता से संबंधित चुनौतियों के समाधान के तरीकों की; और आवास वित्त कंपनियों और आवास विकासकों के बीच सह संबद्धता पर चर्चा की। उप-समिति ने विभिन्न विनियामक डेटाबेस और वित्तीय समावेशन के लिए राष्ट्रीय रणनीति (एनएसएफआई) के बीच समन्वय करने पर भी विचार-विमर्श किया। आगे, उप-समिति ने विभिन्न राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी)में राज्य स्तरीय समन्वय समिति (एसएलसीसी) के कामकाज, उसके विभिन्न तकनीकी समूहों की गतिविधियों, और वित्तीय समावेशन और वित्तीय स्थिरता पर एक विषयगत अध्ययन की समीक्षा की।
जोस जे.कट्टूर
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2018-2019/2196
|