18 फरवरी 2019
वित्त मंत्री की रिज़र्व बैंक केंद्रीय बोर्ड के निदेशकों के साथ बैठक
भारतीय रिजर्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड ने आज नई दिल्ली में आयोजित अपनी बैठक की शुरुआत पुलवामा में शहीद सुरक्षा बल के जवानों की याद में दो मिनट का मौन रख कर की।
श्री अरुण जेटली, माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री ने केंद्रीय बोर्ड के बजट के बाद की बैठक को संबोधित किया। माननीय वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में सरकार द्वारा पिछले चार वर्षों में किए गए विभिन्न सुधारों और नीतिगत उपायों और उसके प्रभावों के बारे में बताया।
बैठक में श्री शिव प्रताप शुक्ला, वित्त राज्य मंत्री, श्री अजय नारायण झा, वित्त सचिव और सचिव (व्यय), श्री अजय भूषण पांडे, सचिव (राजस्व) और श्री कृष्णमूर्ति सुब्रमणियन, मुख्य आर्थिक परामर्शदाता भी उपस्थित थे।
वित्त मंत्री के साथ बातचीत समाप्त होने के बाद बोर्ड ने अपनी बैठक जारी रखी । बोर्ड ने वर्तमान आर्थिक स्थिति, वैश्विक और घरेलू चुनौतियों और रिजर्व बैंक के परिचालन के अन्य विशिष्ट क्षेत्रों की समीक्षा की। एक सीमित ऑडिट समीक्षा के आधार पर और मौजूदा आर्थिक पूंजी ढांचे को लागू करने के बाद, बोर्ड ने 31 दिसंबर 2018 को समाप्त छमाही के लिए केंद्र सरकार को ₹ 280 बिलियन का अंतरिम अधिशेष अंतरित करने का निर्णय लिया। रिज़र्व बैंक द्वारा अंतरिम अधिशेष अंतरित करने का यह लगातार दूसरा वर्ष है।
श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर ने केंद्रीय बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की। भारतीय रिज़र्व बैंक के उप गवर्नर श्री एन. एस.विश्वनाथन, डॉ.विरल वी.आचार्य, श्री बी.पी.कानुनगो और श्री महेश कुमार जैन, और रिज़र्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड के अन्य निदेशक - श्री भरत दोशी, श्री सुधीर मांकड़, श्री मनीष सभरवाल, डॉ.प्रसन्न कुमार मोहंती, श्री दिलीप एस.संघवी, श्री सतीश मराठे, श्री स्वामीनाथन गुरुमूर्ति, सुश्री रेवती अय्यर और प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी ने बैठक में भाग लिया। सरकार के निदेशक श्री सुभाष चंद्र गर्ग, सचिव, आर्थिक कार्य विभाग और श्री राजीव कुमार, सचिव, वित्तीय सेवा विभाग भी उपस्थित थे।
जोस जे.कट्टूर
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2018-2019/1971
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