05 जनवरी 2017
विनिर्दिष्ट बैंक नोटों (एसबीएन) के संबंध में स्पष्टीकरण
कतिपय वर्गों में प्रस्तुत किए गए विनिर्दिष्ट बैंक नोटों पर विभिन्न अनुमान लगाए गए हैं ।
हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हमारे द्वारा आवधिक रूप से जारी किए गए एसबीएन आंकड़े देशभर में बड़ी संख्या में मुद्रा तिजोरियों में की गई लेखांकन प्रविष्टियों के योग पर आधारित थे। चूंकि अब यह योजना 30 दिसंबर 2016 को बंद हो गई है, इसलिए इन आंकड़ों का भौतिक नकदी शेष के साथ मिलान करने की जरूरत होगी जिससे कि लेखांकन भूल-चूक/संभावित दुहरी गिनती आदि को दूर किया जा सके। भारतीय रिज़र्व बैंक ने पहले से ही इस प्रक्रिया को शुरू कर दिया है और जब तक यह प्रक्रिया पूरी हो, कोई भी अनुमान वापस आए विनिर्दिष्ट बैंकों नोटों की वास्तविक संख्या नहीं दर्शा सकता है। भारतीय रिज़र्व बैंक इस प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के लिए सभी कदम उठा रहा है ताकि प्राप्त विनिर्दिष्ट बैंक नोटों के सही आंकड़े शीघ्रताशीघ्र जारी किए जा सकें।
जोस जे. कट्टूर
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2016-2017/1783 |