Click here to Visit the RBI’s new website

प्रेस प्रकाशनी


(299 kb )
भारतीय रिज़र्व बैंक ने कृषिसेवा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, कोले, सोलापुर, महाराष्ट्र पर मौद्रिक दंड लगाया

29 जनवरी 2024

भारतीय रिज़र्व बैंक ने कृषिसेवा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, कोले, सोलापुर, महाराष्ट्र
पर मौद्रिक दंड लगाया

भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 8 जनवरी 2024 के आदेश द्वारा कृषिसेवा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, कोले, सोलापुर, महाराष्ट्र (बैंक) पर भारतीय रिज़र्व बैंक के 'निदेशक मंडल - यूसीबी' संबंधी निदेश के साथ पठित 'निदेशकों, उनके रिश्तेदारों और फर्मों/संस्थाओं को ऋण और अग्रिम जिसमें उनके हित हों' तथा 'एक्सपोजर मानदंड और सांविधिक/ अन्य प्रतिबंध - यूसीबी' संबंधी भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी निदेशों के अननुपालन तथा पर्यवेक्षी कार्रवाई ढांचे (एसएएफ) के अंतर्गत भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी विशिष्ट निदेशों के उल्लंघन के लिए 50,000/- (पचास हजार रुपये मात्र) का मौद्रिक दंड लगाया है। यह दंड, बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धाराओं 46(4)(i) और 56 के साथ पठित धारा 47ए(1)(सी) के प्रावधानों के अंतर्गत भारतीय रिज़र्व बैंक को प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए लगाया गया है।

यह कार्रवाई विनियामकीय अनुपालन में कमियों पर आधारित है और इसका उद्देश्य उक्‍त बैंक द्वारा अपने ग्राहकों के साथ किए गए किसी भी लेनदेन या करार की वैधता पर सवाल करना नहीं है।

पृष्ठभूमि

31 मार्च 2022 को बैंक की वित्तीय स्थिति के संदर्भ में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए बैंक के सांविधिक निरीक्षण, तथा जोखिम मूल्यांकन रिपोर्ट और उससे संबंधित सभी पत्राचार की जांच से, अन्य बातों के साथ-साथ, यह पता चला कि बैंक ने (i) निदेशकों और उनके रिश्तेदारों को ऋण स्वीकृत किया; और (ii) एसएएफ के अंतर्गत जारी विशिष्ट निदेशों के उल्लंघन में भारतीय रिज़र्व बैंक की पूर्वानुमति के बिना पूंजीगत व्यय किया। परिणामस्वरूप, बैंक को एक नोटिस जारी किया गया जिसमें उससे यह पूछा गया कि वह कारण बताए कि उक्त निदेशों, जैसा कि उसमें उल्लिखित है, के अनुपालन में विफलता के लिए उस पर दंड क्यों न लगाया जाए।

नोटिस पर बैंक के उत्तर और व्यक्तिगत सुनवाई के दौरान इसके द्वारा की गई मौखिक प्रस्तुतियों और उसके बाद की गई अतिरिक्त प्रस्तुतियों पर विचार करने के बाद, भारतीय रिज़र्व बैंक इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि भारतीय रिज़र्व बैंक के उपरोक्त निदेशों के अननुपालन का आरोप सिद्ध हुआ है और बैंक पर मौद्रिक दंड लगाया जाना आवश्यक है।

(योगेश दयाल) 
मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/1762

2024
2023
2022
2021
2020
2019
2018
2017
2016
2015
2014
2013
2012
पुरालेख
Server 214
शीर्ष