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Date: 29/06/2012
एनडीएस-ओएम वेब

1. एनडीएस-ओएम क्‍या है?

एनडीएस-ओएम रिज़र्व बैंक के स्‍वामित्‍व में सरकारी प्रतिभूतियों के सैंकडरी बाजार में सौदे करने के लिए स्‍क्रीन पर आधारित एक इलेक्‍ट्रानिक छद्म आर्डर मैचिंग सिस्‍टम है। इस समय सिस्‍टम की सदस्‍यता बैंकों, प्राथमिक व्‍यापारियों, बीमा कंपनियों, म्‍युच्‍युअल फंड, आदि के लिए उपलब्‍ध है अर्थात् ऐसी इकाइयां जो रिज़र्व बैंक के साथ एसजीएल खाते रखती हैं। ये एनडीएस के प्राथमिक सदस्‍य होते हैं और उन्‍हें रिज़र्व बैंक द्वारा एनडीएस-ओएम का सदस्‍य बनने की अनुमति दी गई है। ऐसे गिल्‍ट अकाउंट होल्‍डर्स जिनके पीएम के साथ गिल्‍ट खाते हैं उन्‍हें एनडीएस-ओएम में अप्रत्‍यक्ष एक्‍सेस की अनुमति दी गई है अर्थात् वे अपने प्राथमिक सदस्‍यों को अपनी ओर से एनडीएस-ओएम सिस्‍टम में आर्डर देने का अनुरोध कर सकते हैं।

2. एनडीएस-ओएम वेब माड्युल क्‍या है?

एनडीएस-ओएम में ऐसे अकाउंट होल्‍डर का एक्‍सेस बढ़ाने के लिए, ऐसे ग्राहकों को इन्‍टरनेट पर आधारित वेब एप्लिकेशन उपलब्‍ध कराई जाती है जो अब रिज़र्व बैंक के स्‍वामित्‍व में एनडीएस-ओएम सिस्‍टम प्रत्‍यक्ष एक्‍सेस कर सकते हैं। इंटरनेट आधारित प्रणाली से जीएएच सैकंडरी बाजार में सीधे ही सरकारी प्रतिभूतियों में सौदे कर सकते हैं (खरीदना और बेचना) लेकिन यह एक्‍सेस संबंधित पीएम के नियंत्रण के अधीन है जिनके साथ जीएएच गिल्‍ट तथा चालू खाता रखते हैं।

3. वर्तमान एनडीएस-ओएम सिस्‍टम की तुलना में जीएएच के लिए क्‍या लाभ है?

जीएएच को एनडीएस-ओएम की उसी आर्डर बुक का एक्‍सेस उपलब्ध होगा जो प्राथमिक सदस्‍यों को होता है। जीएएच अपने आर्डर पर नियंत्रण रखने की बेहतर स्थिति में होंगे (आर्डर देने/संशोधन करने/कैंसल करने/रोकने/रिलिज करने) और उन्‍हें बाजार में रियल टाइम लाइव दरें उपलब्‍ध होंगी। चूंकि निष्‍पादित किये गये आर्डर की सूचना और विभिन्‍न प्रश्‍न जीएएच को आनलाइन उपलब्‍ध है इसलिए वे अपनी पोजिशन्‍स का बेहतर ढंग से प्रबंध कर सकते हैं। वेब पर आधारित इंटरफेस पहले ही से कस्‍टोडियन बैंकों/प्राथमिक व्‍यापारियों के साथ रखे गिल्‍ट खातो को लिवरेज देता है इसलिए खुदरा सहभागियों को एक कुशल सिस्‍टम उपलब्‍ध कराता है।

4. एनडीएस-ओएम वेब माड्युल का एक्‍सेस किसे प्राप्‍त होगा?

एनडीएस-ओएम के संभावित उपयोगकर्ता वे जीएएच है जिन्‍हें रिज़र्व बैंक द्वारा एनडीएस-ओएम वेब आधारित माड्युल का एक्‍सेस करने की अनुमति दी गयी है। अभी तक तो, एनडीएस-ओएम में अपने आर्डर/बिड देने के लिए सीएसजीएल रूट के माध्‍यम से जीएएच को केवल अप्रत्‍यक्ष एक्‍सेस मिला हुआ है। अब, अप्रत्‍यक्ष एक्‍सेस के अलावा, पीएम द्वारा निर्धारित नियंत्रणों के अधीन, अनुमत जीएएच सीधे ही एनडीएस-ओएम वेब प्रणाली पर सौदे कर सकते हैं। एनडीएस-ओएम वेब आधारित माड्युल में जीएएच को एक्‍सेस उसकी ओर से उसके प्राथमिक सदस्‍य द्वारा अनुरोध करने पर दिया जाता है।

5. एनडीएस-ओएम वेब माड्युल में जीएएच द्वारा एक्‍सेस करने के लिए क्‍या कार्यविधि है?

जीएएच की ओर से, प्राथमिक सदस्‍य द्वारा सीसीआइएल को एक एक्‍सेस रिक्‍वेस्‍ट फार्म प्रस्‍तुत करना होता है। यह अनुरोध औपचारिक तौर पर रिज़र्व बैंक को संबोधित किया जाएगा। लेकिन, सीसीआइएल को सीधे ही प्राथमिक सदस्‍य से प्राप्‍त एक्‍सेस रिक्‍वेस्‍ट फार्म को प्राप्‍त करने और उस पर कार्रवाई करने के लिए प्राधिकृत किया गया है।  इस बारे में विस्‍तृत जानकारी अनुबंध-1 में दी गयी है।

6. एनडीएस-ओएम वेब माड्युल में एक्‍सेस के संबंध में क्‍या दिशानिर्देश हैं?

एनडीएस-ओएम वेब माड्युल, मुख्‍य एनडीएस-ओएम सिस्‍टम में एक्‍सेस के लिए केवल एक इलेक्‍ट्रानिक फ्रंट एंड है। सीएसजीएल सौदे के लिए रिज़र्व बैंक के वर्तमान तथा भावी सभी अनुदेश/अधिसूचनाएं/ परिपत्र/प्रेस प्रकाशनियां बाध्‍यकारी होंगी तथा लागू होंगी।  एनडीएस-ओएम वेब माड्युल पर सौदे रिज़र्व बैंक के एनडीएस-ओएम मार्गदर्शी सिद्धांतों के अधीन होंगे।

7. क्‍या जीएएच के साथ रिज़र्व बैंक का कोई संबंध है?

रिज़र्व बैंक सरकारी प्रतिभूतियों की खरीद और उनको बेचने के लिए एक ट्रेडिंग प्‍लैटफार्म उपलब्‍ध कराएगा, लेकिन प्रत्‍यक्ष या अप्रत्‍यक्ष रूप से रिज़र्व बैंक एनडीएस-ओएम वेब पर एक्‍सेस दिये गये किसी भी जीएएच के साथ कोई संबंध नहीं रखेगा। इसके अलावा, जीएएच तथा पीएम के बीच किसी भी संभावित विवाद में रिज़र्व बैंक की कोई भूमिका नहीं होगी।

8. प्राथमिक सदस्‍य की क्‍या भूमिका है?

अभी की तरह, प्राथमिक सदस्‍य अपने जीएएच के सभी कार्यों के लिए उत्‍तरदायी है। प्राथमिक सदस्‍य अपने जीएएच के सौदों के लिए मार्जिन रखने और उनके निपटान के लिए भी उत्‍तरदायी है। अंतिम निपटान संबंधित प्राथमिक सदस्‍य के रिज़र्व बैंक के साथ रखे चालू खाते में होगा। किसी पात्र तथा प्राधिकृत जीएएच यूजर द्वारा एनडीएस-ओएम वेब पर सौदा करने से पहले, प्राथमिक सदस्‍य यह सुनिश्चित करेगा कि विभिन्‍न ऑपरेशनल रिस्‍क कंट्रोल पैरामिटर वैल्‍युज एनडीएस-ओएम वेब पर सेट कर दिये गये है। इस प्रयोजन के लिए, अपने जीएएच प्रबंध, जोखिम प्रबंधन तथा बिड प्रबंधन नीतियों तथा प्रथाओं के लिए प्राथमिक सदस्‍य एक एप्‍लीकेशन इंस्‍टाल करेगा। एनडीएस-ओएम प्रशासक (सीसीआइएल) प्रबंधन गतिविधियों के लिए प्राथमिक सदस्‍य के लिए एक प्राधिकृत सुपर यूजर (क्‍लाएंट हेड) बनाएगा।

9. गिल्‍ट खाता धारक कैसे एनडीएस-ओएम वेब माड्युल पर एक्‍सेस प्राप्‍त करेगा?

जीएएच (https://www.ndsind.com) यूआरएल के माध्‍यम से ट्रेडिंग प्‍लेटफार्म का एक्‍सेस प्राप्‍त करता है। यह वेब पर आधारित एनडीएस-ओएम तथा वेब पर आधारित नीलामियों का एक सांझा यूआरएल है। यूआरएल में लाग-इन के बाद जीएएच उपयोगकर्ताओं को विकल्‍प में एनडीएस-ओएम सिलेक्‍ट करना होता है। जीएएच की ओर से, प्राथमिक सदस्‍य सीसीआइएल से लाग-इन/पासवर्ड और आइडीआरबीटी से डिजिटल प्रमाणपत्र की व्‍यवस्‍था करेगा।

10. इंटरनेट कनेक्‍ट न होने से, ग्राहक आर्डर कैसे देगा?

वेब आधारित सिस्‍टम में ग्राहक की ओर से प्राथमिक सदस्‍य आर्डर नहीं दे पायेगा। लेकिन वर्तमान प्रणाली में प्राथमिक सदस्‍य ग्राहक के लिए आर्डर देना जारी रख सकता है। लेकिन ये आर्डर वेब सिस्‍टम में उपलब्‍ध विभिन्‍न जोखिम वैलि‍डेशन के अधीन नहीं होंगे।

11. इस एप्‍लीकेशन के लिए क्‍या प्रभार है?

सिस्‍टम रिज़र्व बैंक के स्‍वामित्‍व में है। ग्राहकों के लिए कोई प्रभार नहीं है। लेकिन चूंकि सभी सौदे सीसीआइएल द्वारा गारंटीकृत होते हैं और उनका निपटान किया जाता है, इसलिए प्राथमिक व्‍यापारियेां को निपटान प्रभार देने होंगे और अपने ग्राहकों की ओर से सीसीआइएल के पास पर्याप्‍त मार्जिन जमा कराने होंगे।

12. जीएएच के संबंध में किन बुनियादी सुविधाओं की आवश्‍यकता है?

एनडीएस-ओएम वेब के सभी उपयोगकर्ता के पास एक डिजीटल प्रमाणपत्र होना चाहिए, यह डिजीटल प्रमाणपत्र संबंधित प्राथमिक सदस्‍य द्वारा विनिर्दिष्‍ट प्रमाणीकरण प्राधिकारी से प्राप्‍त किया जाएगा। यह उनके प्राथमिक सदस्‍य द्वारा दिये गये ई-टोकन में निहित होगा। कुशल परिचालनों के लिए एक सुरक्षित, विश्‍वसनीय, स्थिर इंटरनेट का होना जरूरी है। नवीनतम कन्फि‍गरेशन, न्‍यूनतम 1 जीबी रॅम, विंडेज एक्‍सपी तथा उससे उच्‍चतर आपरेटिंग सिस्‍टम की आवश्‍यकता पड़ेगी।

13. प्राथमिक सदस्‍य द्वारा जीएएच यूजर मैनेजमेंट में क्‍या निहित है?

जीएएच प्रबंधन में प्राथमिक सदस्‍य के कार्य शामिल है जैसे कि ट्रान्‍जेक्‍शनल यूजर्स बनाना (जीएएच के वे कर्मचारी जो बिड रख सकते हैं) तथा केवल देखें उपयोगकर्ता (जीएएच के वे कर्मचारी जो केवल बिड से संबंधित प्रश्‍न देख सकते हैं), प्रयोगकर्ताओं में संशोधन, प्रयोगकर्ताओं को सस्‍पेंड करना/अनलॉक करना, प्रयोगकर्ताओं को लॉग-ऑफ करना, प्रयोगकर्ताओं के लाग-इन पासवर्ड प्राप्‍त करना तथा उन्‍हें सेट/ रिसेट करना, जोखिम सीमाएं निर्धारित करना, जीएएच आदि द्वारा प्रस्‍तुत बिड पर कार्रवाई करना।

14. जीएएच के प्रयोगकर्ता का निर्माण कौन करता है?

जब एक बार जीओएच को एनडीएस-ओएम वेब माड्यूल में एक्‍सेस प्रदान कर दिया जाता है, प्राथमिक व्‍यापारी जीएएच के अंतर्गत प्रयोगकर्ता का निर्माण कर सकता है, जो सिस्‍टम में लॉग कर सकता है।

15. जीएएच के प्रयोगकर्ताओं के विभिन्‍न प्रकार कौन-कौन हैं ?

दो प्रकार के जीएएच प्रयोगकर्ता होते हैं (।) ट्रांजेक्‍शनल प्रयोगकर्ता – वे प्रयोगकर्ता जो ऑर्डर प्रबंधन कर सकते हैं – ऑर्डर देना/परिवर्तन करना/ रद्द करना/ जारी करना और सौदा करना । (।।) व्‍यू प्रयोगकर्ता – जो केवल उसी जीएएच के अंतर्गत लेन-देन करने वाले विभिन्‍न प्रयोगकर्ताओं द्वारा दिए गए ऑर्डर/ किए गए सौदे को देख सकते हैं।

16. क्‍या एक जीएएच के अंतर्गत एक से अधिक प्रयोगकर्ता हो सकते हैं?

हां, एक जीएएच के अधीन एक पीएम जितना चाहे उतने प्रयोगकर्ताओं का निर्माण कर सकता है। पीएम द्वारा बनाए गए प्रयोगकर्ताओं के लिए सीसीआईएल के एनडीएस-ओएम वेव एडमिन से अनुमति लेनी पड़ेगी।

17. एनडीएस-ओएम वेब माड्यूल में लॉगिन के लिए डिजिटल सर्टिफिकेट और ई-टोकन क्‍यों आवश्‍यक है  ?

जीएएच एनडीएस-ओएम वेब माड्यूल का एक्‍सेस इंटरनेट के माध्‍यम से करेगा। अप्राधिकृत एक्‍सेस से बचने और प्रणाली में स्‍वीकृति को सुनिश्चित करने के लिए, आरबीआई ने आईडीआरबीटी से प्रत्‍येक जीएएच प्रयोगर्ताओं के लिए डिजिटल सर्टिफिकेट प्राप्‍त करना आवश्‍यक बनाया है। इस डिजिटल सर्टिफिकेट को ई-टोकन में इंस्‍टाल कराता है। पीएम द्वारा उपलब्‍ध दूसरा स्‍तर जीएएच प्रयोगकर्ता के निर्माण के पहले पीएम को यह सुनिश्चित करना होगा कि जीएएच प्रयोगकर्ता के लिए डिजिटल सर्टिफिकेट और ई-टोकन खरीद लिया गया है।

18. परिचालनगत जोखिम नियंत्रण मानदंड क्‍यों ?

एनडीएस-ओएम वेब माड्यूल में जीएएच प्रयोगकर्ता द्वारा सौदा करने के पहले, पीएम को कुछ परिचालनगत जोखिम नियंत्रण तय करने के साथ-साथ प्रत्‍येक जीएएच/जीएएच प्रयोगकर्ता के लिए सीमा तय करनी है, क्‍योंकि पीएम ही ऐसे जीएएच द्वारा किए गए सौदों के निपटान के लिए जिम्‍मेदार है। तदनुसार, पीएम को अपने जीएएच के संबंध में परिचालनगत जोखिम नियंत्रण को तय करने की सुविधा दी गई है कि किसे एनडीएस-ओएम वेब पर एक्‍सेस दिया जाना है जिससे उनके जीएएच सौदों के कारण आए जोखिमों को कम किया जा सके। एनडीएस-ओएम के एकीकृत ऑर्डर बुक में सौदों को शामिल करने के पहले एनडीएस-ओएम वेब पर जीएएच द्वारा किया गया प्रत्‍येक सौदा पीएम द्वारा तय किए गए प्रत्‍येक जोखिम नियंत्रण से पुष्टि के अधीन होगा।

19. परिचालनगत जोखिम नियंत्रण मानदंड कौन-कौन से हैं?

जोखिम मानदंडों में शामिल है :  'सिंगल ऑर्डर लिमिट', प्रतिभूतियों की अंतिम कारोबारी मूल्‍य/प्रतिफल की तुलना में मूल्‍य/प्रतिफल रेंज लिमिट', कार्यकलापों पर नियंत्रण ( प्रयोगकर्ताओं को खरीद/बिक्री के लिए अधिकार देना), ' सिक्‍यूरिटी स्‍टॉक्‍ बैलेंस',' टर्नओवर लिमिट' (जीएएच के सभी [खरीद/बिक्री] ऑर्डर के अंकित मूल्‍य के सकल राशि के संदर्भ में कारोबारी सीमा) और ' निधीयन सीमा' (निवल कुल निपटान प्रतिफल की सीमा जिस तक जीएएच निवल दीर्घावधि अधिक्रय कर सकता है । तय सीमा से अधिक के ऑर्डर रद्द कर दिए जाएंगे।

20. विभिन्‍न परिचालनगत जोखिम नियंत्रण मानदंड(ओआरसीपी) का प्रबंधन कैसे किया जाता है?

सभी ओआरसीपी वैल्‍यू को दिन में कभी भी संशोधित किया जा सकता हे, बशर्तें कि संबंधित संशोधन भावी आधार पर ही होंगे अर्थात् वे संशोधन एनडीएस-ओएम वेब पर पहले ही संपन्‍न सौदे को प्रभावित नहीं करेंगे। किसी प्राधिकृत जीएएच द्वारा दिया गया कोई भी आर्डर एनडीएम-ओएम में रूट करने से पहले प्रत्‍येक जीएएच को दी गई निधीयन/व्‍यापार सीमा के परिप्रेक्ष्‍य में वैलिडेट किया जाएगा। ऐसा कोई भी आदेश जो संबधित जीएएच तथा/या अलग-अलग जीएएच प्रयोक्‍ता के लिए निर्धारित वैल्‍यू का उल्‍लंघन करता है, वह एनडीएस-ओएम वेब द्वारा अस्‍वीकार कर दिया जाएगा। जो आदेश अपने पीएम द्वारा डीएएच के लिए निर्धारित ओआरसीपी वैल्‍यूऐशन पूरा करते हैं, वे एनडीएस-ओएम सिस्‍टम में शामिल कर लिए जाएंगे और उनका सौदा उसी प्रकार से किया जाएगा जैसा कि संबंधित नियमों, प्रथाओं तथा प्रक्रियाओं का पालन कर रहे अन्‍य आदेशों का किया जाता है। चूंकि जीएएच, पीएम के ही घटक हैं, इसलिए सौदे बिना किसी बाधा के वर्तमान बुनियादी सुविधाओं के तहत ही किए जा सकते हैं।

21. क्‍या प्री-फंडिंग की आवश्‍यकता है?

वेब आधारित सुविधा जीएएच (गिल्‍ड एकाउंट होल्‍डर) द्वारा बिक्री और खरीद करने की सुविधा देने वाला एक प्‍लेटफार्म मात्र है। अपने संबंधित जीएएच द्वारा की गई सभी प्रकार की गतिविधियों के लिए पीएम(प्राइमरी मेंबर) का उत्‍त्‍रदायित्‍व बना रहेगा और इसमें उनके द्वारा लेन-देन की गई प्रति‍भूतियों और निधियों का दायित्‍व शामिल रहेगा। दूसरे शब्‍दों में, जीएएच के सफल आर्डरों का निपटान उसी प्रकार होता रहेगा जिस प्रकार इस समय हो रहा है। तथापि, पीएम को सिस्‍टम में अपने जोखिम को नियंत्रण में रखने के लिए फंडिंग की सीमा तय करना आवश्‍यक होगा। प्री-फंडिंग के लिए अलग से कोई सीमा तय नहीं की गई है। फंडिंग सीमा इस प्रकार की कार्यप्रणाली है जो जीएएच द्वारा दिए गए आर्डर, उनके बीच आपसी सहमति से हुए समझौते में यथा उल्‍लाखित शर्तों के अनुसार, के संबंध में पीएम को कुल कीमत के रूप में एक सीमा तय करने की सुविधा देती है।

22. एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल पर किस प्रकार की प्रतिभूतियों की ट्रेडिंग की जा सकती है?

एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल पर केंद्र सरकार की सभी प्रतिभूतियों, राज्‍य सरकार की प्रतिभूतियों और ट्रेज़री बिलों की ट्रेडिंग की जा सकती है। एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल पर संपूर्ण सूची उपलब्‍ध है।

23. आर्डर की न्‍यूनतम सीमा क्‍या है? एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल पर कौन से बाज़ार उपलब्‍ध हैं?

चूंकि मौजूदा एप्‍लीकेशन में दिए गए आर्डर मुख्‍य एनडीएस-ओएम से संयुक्‍त हो जाते हैं अत: ट्रेड सेगमेंट भी सामान्‍य एनडीएस-ओएम के समान ही है अर्थात् स्‍टैंडर्ड मार्केट और ऑड लॉट मार्केट। स्‍टैंडर्ड मार्केट के लिए लॉट का आकार न्‍यूनतम 5 करोड़ रु. और 5 करोड़ रु. के गुणकों में है। ऑड लॉट सेंगमेंट में केंद्र और राज्‍य सरकार की प्रतिभूतियों के लिए लॉट का न्‍यूनतम आकार 10,000/- रु. है और ट्रेज़री बिलों के लिए यह 25,000/- रु. है। व्‍हेन इश्‍यूड मार्केट (जारी किए जाने पर मौजूद बाज़ार) में इस समय जीएएच को भाग लेने की अनुमति नहीं है। सरकारी प्रतिभूतियों के बाज़ार में जीएएच को शार्ट सेलिंग(अल्‍पकालिक बिक्री) करने की भी अनुमति नहीं है।

24. आर्डर प्रबंधन हेतु जीएएच के लिए क्‍या सुविधाएं उपलब्‍ध हैं?

एनडीएस-ओएम वेब मॉड्यूल पर जीएएच को सीधे बिड करने और ऑफर देने की सुविधा मौजूद है। जीएएच अपने बकाया आर्डर को संशोधित/रद्द कर सकता है। यदि आवश्‍यक हो तो, जीएएच बकाया आर्डर होल्‍ड या रिलीज़ कर सकता है। अपने बकाया आर्डर पर जीएएच का पूर्ण नियंत्रण उपलब्‍ध है। अधिसूचना और पॉप-अप्‍स के जरिए जीएएच को रियल टाइम में अपने आर्डर के संबंध में अपडेट मिलते रहते हैं।

25. जीएएच को उपलब्‍ध विभिन्‍न प्रकार की मात्रात्‍मक और समय शर्ते कौन सी हैं?

विभिन्‍न उपलब्‍ध मात्रात्‍मक शर्तें निम्‍नानुसार हैं:-

  1. नार्मल (सामान्‍य): बाई डिफाल्‍ट राशि की प्रकृति नार्मल होगी। किसी नार्मल आर्डर की आंशिक रूप से ट्रेडिंग की जा सकेगी।

  2. डिस्‍क्‍लोज्‍ड: डिस्‍क्‍लोज्‍ड राशि आर्डर राशि का वह अंश है जिसे उपयोगकर्ता मार्केट को बताना चाहता है। यह एक वैकल्पिक फील्ड है।

  3. ऑल या एनओएन (एओएन): इस विकल्प को चुनने से कोई प्रयोगकर्ता यह स्‍पष्‍ट करता है कि वह आर्डर को संपूर्ण रूप में ट्रेड करना चाहता है अर्थात् किसी प्रकार की आंशिक ट्रेडिंग की अनुमति नहीं होगी। यह एक वैकल्पि‍क फील्‍ड है।

विभिन्‍न उपलब्‍ध समय शर्तें निम्‍नानुसार है:-

  1. डे (दैनिक): इस शर्त के तहत आर्डर, ट्रेडिंग सेशन की वैधता के दौरान पूरे समय वैध रहेगा। यह सेशन के बंद होने के समय तक उपलब्‍ध रहेगा। बाई डिफाल्ट समय शर्त में दैनिक का विकल्‍प सेलेक्‍ट (चुना हुआ) रहता है।

  2. आईओसी( तत्‍काल या रद्द): यदि कोई उपयोगकर्ता चाहता है कि उसका आर्डर तत्काल ट्रेड हो जाय तो उसे आईओसी विकल्‍प चुनना होगा। इस शर्त के तहत आईओसी आर्डर दिए जाने पर आर्डर की तुरंत मैचिंग प्राप्‍त की जाती है और इसके मिलने पर ट्रेडिंग पूरी हो जाती है अन्‍यथा आईओसी आर्डर रद्द हो जाता है।

  3. जीटीटी (गूड टिल टाइम): यहाँ आर्डर देते समय यूज़र यह समय-सीमा बता सकेगा कि कब तक वह आर्डर वैध रहेगा और ट्रेड करने के लिए वह कब तक उपलब्‍ध होगा। ज्‍यों ही यूज़र द्वारा तय की गई आर्डर की समय-सीमा समाप्‍त हो जाती है त्‍यों ही वह आर्डर रद्द हो जाएगा।

26. एनडीएस-ओएम सिस्‍टम की आर्डर मैचिंग के संबंध में क्‍या-क्‍या नियम हैं?

सीजी और एसजी प्राइज़-टाइम प्रियारिटी के आधार पर मैच किए जाते हैं तथा टी बिल्‍स ईल्‍ड टाइम प्रियारिटी के आधार पर मैच करता है। सीजी/एसजी में दिए जाने वाले बिड का किसी ऑफर से मैच होने के लिए यह ज़रूरी है उस बिड का मूल्‍य ऑफर के मूल्‍य के बराबर हो या उससे अधिक हो। सीजी/एसजी में किसी ऑफर का, बिड के साथ मैच होने के लिए, ऑफर का मूल्‍य ऑफर के मूल्‍य के बराबर हो या उससे अधिक हो। टी-बिल्‍स के मामले में बिड ईल्‍ड ऑफर ईल्‍ड के बराबर हो या उससे कम हो तथा ऑफर के लिए इसकी विपरीत स्थिति हो। एक समान मूल्‍य/ईल्‍ड की स्थिति में सिस्‍टम में पहले आने वाले ऑर्डर को प्राथमिकता दी जाएगी।

27. क्‍या जीएएच द्वारा दिए जाने वाले आर्डर प्राइमरी मेंबर द्वारा दिए जाने वाले आर्डर के साथ मेल खाएंगे?

एनडीएस-ओएम सिस्‍टम में यह देखा जाता है कि जीएएच द्वारा दिए जाने वाले आर्डर प्राइमरी मेंबर द्वारा दिए जाने वाले आर्डर से मैच न करें। इसी प्रकार, एक ही प्राइमरी मेंबर के दो जीएएच द्वारा दिए जाने वाले आर्डर भी मैच न करें।

28. प्राइमरी मेंबर को क्‍या-क्‍या आर्डर मैनेजमेंट संबंधी अधिकार उपलब्‍ध है?

प्राइमरी मेंबर को जीएएच के किसी बकाया आर्डर को रद्द/होल्‍ड करने का अधिकार है। उदाहरणार्थ, जीएएच के यहाँ कोई कनेक्टिविटी का मुद्दा उठ खड़ा होने पर जीएएच प्राइमरी मेंबर से अपने आर्डर को रद्द या होल्‍ड करने को कह सकता है। प्राइमरी मेंबर के पास होल्‍ड किए जाने वाले आर्डरों को वही प्राइमरी मेंबर रिलीज़ कर सकता है। जीएएच द्वारा दिए जाने वाले आर्डरों में प्राइमरी मेंबर द्वारा बदलाव नहीं किया जा सकता। एनडीएस-ओएम वेब माड्यूल पर संपन्‍न ट्रेड को रद्द नहीं किया जा सकता।

29. क्‍या क्‍लायंटों द्वारा दिए जाने वाले आर्डरों को पीएम देख सकता है?

चूँकि प्राइमरी मेंबर जीएएच द्वारा एनडीएस-ओएम वेब आधारित माड्यूल पर किए गए ट्रेड के निपटारे के लिए जि़म्‍मेदार है, इसलिए वह जीएएच द्वारा दिए गए आर्डरों और उसके द्वारा किए जाने वाले ट्रेडों को देख सकता है।

30. जीएएच को क्‍या-क्‍या मार्केट संबंधी क्‍वरी उपलब्‍ध है?

जीएएच को एनडीएस-ओएम वेब माड्यूल पर ऐसे रियल टाइम क्‍वोट ऐक्‍सस कर सकता है जैसा कि मेन एनडीएस-ओएम सिस्‍टम पर उपलब्‍ध है। जीएएच विभिन्‍न सेक्‍यूरिटियों से संबंधित सर्वोच्‍च बिड/आफर (मार्केट वाट्च) तथा सर्वोच्‍च दस बिड और आफर (मार्केट बाई प्राइज़/मार्केट बाई आर्डर) को देख सकता है। साथ ही, जीएएच कुल ट्रेड की जानकारी (ट्रेड वाट्च) और प्रत्‍येक सेक्‍यूरिटी के मूल्‍य में आधे घंटे के अंतराल पर होने वाले उतार-चढ़ाव (मार्केट मूव्‍मेंट) को देख सकता है। इसके संबंध में और जानकारी यूज़र मैनुअल में उपलब्‍ध्‍ा है।

31. जीएएच को कौन-कौन डीलर/मेंबर क्‍वरी उपलब्‍ध है?

जीएएच उसके द्वारा दिए गए आर्डरों में से बकाया रहने वाले आर्डरों, एक्जि़क्‍यूट किए गए आर्डरों, निवल निधि की स्थिति देख सकता है। साथ ही, वह ऐसा एक्टिविटी लॉग देख सकता है जिसमें जीएएच द्वारा दिए गए प्रत्‍येक आर्डर का ऑडिट ट्रेल करने की व्‍यवस्‍था है। ट्रैंज़ेक्‍शनल यूज़र अपने आर्डरों/ट्रेडों को देख सकता है, जबकि वियू यूज़र एक ही क्‍लायंट के अंतर्गत शामिल विभिन्‍न ट्रैंज़ेक्‍शनल यूज़र द्वारा दिए गए आर्डरों/ट्रेडों को देख सकता है।

32. जीएएच द्वारा एनडीएस-ओएम वेब माड्यूल पर किए जाने वाले ट्रेडों को किस प्रकार से पूरा किया जाता है?

मौजूदा सेटिलमेंट प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं है। एनडीएस-ओएम वेब माड्यूल पर जीएएच द्वारा पूरा किए जाने वाले ट्रेड सेटिलमेंट के लिए सीधा सीसीआईएल को एसटीपी तरीके से प्रस्‍तुत किए जाते हैं। प्राइमरी मेंबर ऐसे ट्रेडों को सेटिल करने और उनके संबंध में सीसीआईएल में पर्याप्‍त मार्जिन बनाए रखने के लिए जि़म्‍मेदार रहेगा।

33. क्‍या एनडीएस-ओएम पर पूरे किए गए ट्रेड के संबंध में पीडीओ-एनडीएस पर पुन: रिपोर्ट करना ज़रूरी है?

एनडीएस-ओएम पर पूरे किए जाने वाले ट्रेड के संबंध में पीडीओ-एनडीएस पर पुन: रिपोर्ट करना ज़रूरी नहीं है।

 
   भारतीय रिज़र्व बैंक सर्वाधिकार सुरक्षित

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