31 मार्च 2021
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा ‘तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का
बकाया ऋण – दिसंबर 2020’ जारी किया गया
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का बकाया ऋण – दिसंबर 2020’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन अपने भारतीय अर्थव्यवस्था संबंधी डेटाबेस (डी.बी.आई.ई.) नामक पोर्टल (वेब-लिंक: https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!12) पर जारी किया। यह बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं जैसे व्यवसाय/गतिविधि और उधारकर्ता के संगठनात्मक क्षेत्र, खाते के प्रकार और ब्याज दरों को कैप्चर करता है । इस सर्वेक्षण के दौर में 88 एससीबी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) की 1,26,862 शाखाओं द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े, बैंक समूहों, जनसंख्या समूहों और राज्य वार प्रस्तुत किए गए हैं1।
मुख्य बातें:
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व्यक्तिगत ऋण, जो बैंक ऋण के एक चौथाई के लिए जिम्मेदार था, ने दोहरे अंक की वृद्धि को बनाए रखा; औद्योगिक ऋण संकुचन क्षेत्र में रहा ।
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संस्थागत क्षेत्रों में, घरेलू क्षेत्र में ऋण2 में वृद्धि निरंतर रही और दिसंबर 2020 में कुल ऋण में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 52.3 प्रतिशत हो गई (दिसंबर 2019 में 50.3 प्रतिशत)।
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निजी कॉर्पोरेट क्षेत्र ने लगातार पांचवीं तिमाही के लिए बैंक ऋण (वर्ष-दर-वर्ष) में ऋणात्मक वृद्धि दर्ज की, जो अल्पकालिक मांग स्थितियों को दर्शाता है ; कुल ऋण में निजी कॉर्पोरेट क्षेत्र की हिस्सेदारी दिसंबर 2020 में घटकर 28.5 प्रतिशत रह गई, जबकि एक वर्ष पहले यह 31.4 प्रतिशत और दो वर्ष पहले 34.5 प्रतिशत थी।
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पिछले एक वर्ष में बकाया ऋण के लिए भारित औसत उधार दर (डबल्यूएएलआर) में 87 आधार अंकों की गिरावट आई, जिसमें नवीनतम तिमाही के दौरान 23 आधार अंक रहा ।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2020-2021/1327
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