7 दिसंबर 2018
वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान
भारत के भुगतान संतुलन में गतिविधियां
दूसरी तिमाही अर्थात् जुलाई-सितंबर 2018-19 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े विवरण-। (बीपीएम6 फॉर्मेट) और ।। (पुराना फॉर्मेट) में प्रस्तुत किए गए हैं।
2018-19 की दूसरी तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं
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भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के 6.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.1 प्रतिशत) और पिछली तिमाही के 15.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.4 प्रतिशत) से बढ़कर वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में 19.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.9 प्रतिशत) हो गया।
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वर्ष-दर-वर्ष आधार पर चालू खाता घाटे में विस्तार मुख्य रूप से उच्चतर व्यापार घाटे के कारण हुआ जो एक वर्ष पहले के 32.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में 50.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
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निवल सेवा प्राप्तियां वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 10.2 प्रतिशत तक बढ़ गई, ऐसा मुख्य रूप से सॉफ्टवेयर तथा वित्तीय सेवाओं के निवल अर्जन में हुई वृद्धि की सहायता से हुआ।
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निजी अंतरण प्राप्तियां, जो कि विदेशों में नौकरी करने वाले भारतीयों द्वारा किए जाने वाले धन प्रेषणों को दर्शाती हैं, पिछले वर्ष के स्तर से 19.8 प्रतिशत तक बढ़कर 20.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।
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वित्तीय खाते में, निवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के 12.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से घटकर वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में 7.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
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संविभाग निवेश में पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही के 2.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अंतर्वाह की तुलना में 2018-19 की दूसरी तिमाही में 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल बहिर्वाह दर्ज किया गया, ऐसा ऋण तथा इक्विटी बाजारों में निवल बिक्री के कारण हुआ।
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अनिवासी जमाराशियों के कारण निवल प्राप्तियां एक वर्ष पहले के 0.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2018-19 की दूसरी तिमाही में 3.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।
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वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में, वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के 9.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अभिवृद्धि की तुलना में विदेशी मुद्रा भंडारों (बीओपी आधार पर) में 1.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट हुई (सारणी 1)।
अप्रैल-सितंबर 2018 (2018-19 की पहली छमाही) के दौरान बीओपी
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चालू खाता घाटा व्यापक होते व्यापार घाटे के कारण वर्ष 2017-18 की पहली छमाही के 1.8 प्रतिशत से बढ़कर 2018-19 की पहली छमाही में जीडीपी का 2.7 प्रतिशत हो गया।
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भारत का व्यापार घाटा वर्ष 2017-18 की पहली छमाही के 74.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2018-19 की पहली छमाही में 95.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
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निवल अदृश्य प्राप्तियां मुख्य रूपसे निवल सेवा प्राप्तियों और निजी अंतरण प्राप्तियों में वृद्धि के कारण वर्ष 2018-19 की पहली छमाही में उच्चतर रही।
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निवल एफडीआई अंतर्वाह वर्ष 2017-18 की पहली छमाही के 19.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर से घटकर 17.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
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पोर्टफोलियो निवेश में एक वर्ष पहले के 14.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अंतर्वाह की तुलना में वर्ष 2018-19 की पहली छमाही में 9.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल बहिर्वाह दर्ज किया गया।
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वर्ष 2018-19 की पहली छमाही में, विदेशी मुद्रा भंडारों में 13.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई (बीओपी आधार पर)।
सारणी 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें |
(बिलियन अमेरिकी डॉलर) |
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जुलाई-सितंबर 2018 अ. |
जुलाई-सितंबर 2017 |
अप्रैल-सितंबर 2018-19 अ |
अप्रैल-सितंबर 2017-18 |
|
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
क. चालू खाता |
160.0 |
179.1 |
-19.1 |
145.5 |
152.4 |
-6.9 |
315.7 |
350.7 |
-35.0 |
285.4 |
307.3 |
-21.9 |
1. माल |
83.4 |
133.4 |
-50.0 |
76.1 |
108.5 |
-32.5 |
166.8 |
262.6 |
-95.8 |
149.2 |
223.6 |
-74.4 |
जिसमें से : |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
पीओएल |
12.1 |
35.2 |
-23.1 |
9.0 |
23.7 |
-14.6 |
23.5 |
69.9 |
-46.5 |
16.5 |
46.5 |
-30.0 |
2. सेवा |
50.1 |
29.8 |
20.2 |
47.4 |
29.0 |
18.4 |
98.3 |
59.3 |
38.9 |
93.3 |
56.6 |
36.7 |
3. प्राथमिक आय |
5.6 |
14.3 |
-8.7 |
4.5 |
13.0 |
-8.6 |
11.0 |
25.5 |
-14.6 |
9.2 |
23.6 |
-14.4 |
4. द्वितीयक आय |
20.9 |
1.5 |
19.4 |
17.5 |
1.8 |
15.7 |
39.7 |
3.3 |
36.4 |
33.7 |
3.5 |
30.2 |
ख. पूंजी लेखा और वित्तीय लेखा |
131.1 |
112.9 |
18.2 |
147.1 |
139.7 |
7.4 |
273.7 |
238.8 |
34.9 |
302.8 |
279.9 |
22.9 |
जिसमें से : |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
मुद्रा भंडार में परिवर्तन (वृद्धि (-)/कमी (+)) |
1.9 |
0.0 |
1.9 |
0.0 |
9.5 |
-9.5 |
13.2 |
0.0 |
13.2 |
0.0 |
20.9 |
-20.9 |
ग. भुल-चूक (-) (ए+बी) |
0.9 |
|
0.9 |
|
0.4 |
-0.4 |
0.1 |
|
0.1 |
|
1.0 |
-1.0 |
प्रा: प्रारंभिक |
नोट: पूर्णांकन के कारण उप घटकों का योग कुल योग से भिन्न हो सकता है। |
जोस जे. कट्टूर
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2018-2019/1329 |