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विदेशी मुद्रा प्रबंधक

भारतीय रुपए के बाहरी मूल्‍य के निर्धारण के लिए बाज़ार-आधारित प्रणाली में परिवर्तन के साथ विदेशी मुद्रा बाज़ार ने सुधार अवधि की शुरुआत से ही भारत में ज़ोर पकड़ा है।

प्रेस प्रकाशनी


वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान भारत के भुगतान संतुलन में गतिविधियां

7 सितंबर 2018

वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान
भारत के भुगतान संतुलन में गतिविधियां

पहली तिमाही अर्थात् अप्रैल-जून 2018-19 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े विवरण-। (बीपीएम6 फॉर्मेट) और ।। (पुराना फॉर्मेट) में प्रस्‍तुत किए गए हैं।

2018-19 की पहली तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं

  • भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही के 15.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.5 प्रतिशत) की तुलना में वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में 15.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.4 प्रतिशत) रहा।

  • वर्ष-दर-वर्ष आधार पर चालू खाता घाटे में विस्तार मुख्य रूप से उच्चतर व्यापार घाटे के कारण हुआ जो एक वर्ष पहले के 41.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में 45.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।

  • निवल सेवा प्राप्तियां वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 2.1 प्रतिशत तक बढ़ गई, ऐसा मुख्य रूप से सॉफ्टवेयर तथा वित्तीय सेवाओं के अर्जन में हुई वृद्धि की सहायता से हुआ।

  • निजी अंतरण प्राप्तियां, जो कि विदेशों में नौकरी करने वाले भारतीयों द्वारा किए जाने वाले धन प्रेषणों को दर्शाती हैं, पिछले वर्ष के स्‍तर से 16.9 प्रतिशत तक बढ़कर 18.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।

  • वित्‍तीय खाते में, निवल प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में 9.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया जोकि वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही के 7.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक था।

  • संविभाग निवेश में पिछले वर्ष की पहली तिमाही के 12.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अंतर्वाह की तुलना में 2018-19 की पहली तिमाही में 8.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल बहिर्वाह दर्ज किया गया जिसका कारण ऋण तथा इक्विटी बाजारों में निवल बिक्री रही।

  • अनिवासी जमाराशियों के कारण निवल प्राप्तियां एक वर्ष पहले के 1.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में 2018-19 की पहली तिमाही में 3.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई।

  • वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में, वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही के 11.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अभिवृद्धि की तुलना में विदेशी मुद्रा भंडारों (बीओपी आधार पर) में 11.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट हुई (सारणी 1)।

सारणी 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
  अप्रैल-जून 2018 प्रा. अप्रैल-जून 2017 आं.सं.
  जमा नामे निवल जमा नामे निवल
क. चालू खाता 155.7 171.5 -15.8 139.9 154.9 -15.0
1. माल 83.4 129.1 -45.7 73.1 115.1 -41.9
   जिसमें से :            
       पीओएल 11.9 34.7 -22.8 7.5 22.8 -15.4
2. सेवा 48.2 29.5 18.7 45.9 27.6 18.3
3. प्राथमिक आय 5.3 11.1 -5.8 4.7 10.6 -5.8
4. द्वितीयक आय 18.8 1.7 17.1 16.1 1.6 14.5
ख. पूंजी लेखा और वित्तीय लेखा 142.4 125.9 16.6 155.7 140.2 15.5
   जिसमें से :            
मुद्रा भंडार में परिवर्तन (वृद्धि (-)/कमी (+)) 11.3 0.0 11.3 0.0 11.4 -11.4
ग. भुल-चूक (-) (ए+बी)   0.8 -0.8   0.6 -0.6
प्रा : प्रारंभिक; आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित
नोट : पूर्णांकन के कारण उप घटकों का योग कुल योग से भिन्न हो सकता है।

जोस जे. कट्टूर
मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2018-2019/576

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