Click here to Visit the RBI’s new website

अनुसंधान और आंकड़े

रिज़र्व बैंक में बेहतर, नीति उन्मुखी आर्थिक शोध करने, आंकड़ों का संकलन करने और ज्ञान साझा करने की समृद्ध परंपरा है।

प्रेस प्रकाशनी


बैंकिंग सेवाओं में अंतर्राष्‍ट्रीय कारोबार पर सर्वेक्षण: 2016-17

1 नवंबर 2017

बैंकिंग सेवाओं में अंतर्राष्‍ट्रीय कारोबार पर सर्वेक्षण: 2016-17

भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर 2016-17 दौर के बैंकिंग सेवाओं में अंतर्राष्‍ट्रीय कारोबार पर सर्वेक्षण के परिणाम जारी किए । इस सर्वेक्षण में सीमा- पार परिचालनरत बैंकों द्वारा रोजगार, कोर बैंकिंग सेवाओं (जैसे जमा, क्रेडिट) और प्रदान की जानेवाली वित्तीय सहायक सेवाओं की प्रतिक्रियाएं प्रदान की जाती हैं, जो ग्राहकों को प्रभारित स्‍पष्‍ट/अस्‍पष्‍ट शुल्‍क/कमीशन पर आधारित हैं (इन सेवाओं के ब्‍यौरे अनुलग्‍नक में दिए गए हैं)।

सर्वेक्षण के इस दौर में भारतीय बैंकों की 192 समुद्रपारीय शाखाओं और 325 समुद्रपारीय सहायक संस्‍थाओं तथा भारत में परिचालनरत विदेशी बैंकों की 286 शाखाओं को शामिल किया गया है। चूंकि सीमा-पार मौजूद सभी वाणिज्यिक बैंकों ने इस सर्वेक्षण में प्रतिक्रिया दी है, ये परिणाम गणना को दर्शाते हैं।

मुख्‍य–मुख्य बातें :

  • 2016-17 में भारत में विदेशी बैंकों की शाखाओं और कर्मचारियों की संख्या में गिरावट आई है; दूसरी तरफ, भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं की संख्या में वृद्धि हुई, लेकिन उनके कर्मचारियों की संख्या में मामूली कमी हुई (सारणी 1)।

  • सीमा-पार मौजूदगी के साथ बैंकों के सभी तीन श्रेणियों के (जैसे, भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाएं, भारतीय बैंकों की विदेशी सहायक कंपनियों और भारत में विदेशी बैंकों) के समेकित तुलन-पत्र 2016-17 के दौरान संकुचित हो रही हैं, जो कि वैश्विक आर्थिक गतिविधि की गहराई को दर्शाता है (सारणी 2)।

  • 2016-17 के दौरान सभी श्रेणियों के बैंकों द्वारा विस्तारित ऋण में गिरावट आई है; मार्च 2017 में भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं (यूएस $ 224 बिलियन) की कुल परिसंपत्तियों का लगभग 60 प्रतिशत ऋण देने का लक्ष्य था जबकि भारत में विदेशी बैंकों द्वारा उनके कुल परिसंपत्तियों (यूएस $ 125 बिलियन) का करीब 42 प्रतिशत हिस्सा जमा हुआ।

  • भारत में विदेशी बैंकों की कुल जमाराशि 2016-17 में मामूली बढ़ोतरी हुई, लेकिन बैंकों की अन्य दो श्रेणियों में इसमें गिरावट आई है; भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं की कुल देनदारियों के लगभग 36 प्रतिशत हिस्सेदारी जमा की गई, जबकि भारत में विदेशी बैंकों के मामले में लगभग 57 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।

  • व्यय में वृद्धि के साथ कम ब्याज आय के परिणामस्वरूप 2016-17 में भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं के लिए नुकसानदायक रहा (सारणी 3)।

  • विदेशी बैंकों ने अपने कम ब्याज आय की क्षतिपूर्ति, गैर-ब्याज आय में विशेषकर अन्य गैर-शुल्क आय में वृद्धि कर की है।

  • विदेशों में कार्यरत भारतीय बैंकों की शाखाओं ने ऋण संबंधी सेवाएं, व्‍यापार वित्‍त संबंधी सेवाएं और डेरिवेटिव, स्‍टॉक, प्रतिभूति, विदेशी मुद्रा कारोबार सेवाएं को प्रदान करते हुए शुल्‍क आय का बड़ा हिस्‍सा प्राप्‍त किया जबकि भुगतान और मुद्रा अंतरण सेवाएं ने भारत में कार्यरत विदेशी बैंक के लिए शुल्‍क आय का बड़ा हिस्‍सा प्राप्‍त किया। (सारणी 4)।

  • यूके में भारतीय बैंक शाखाओं ने सबसे अधिक शुल्क आय को प्राप्त किया, इसके बाद यूएई और हांग कांग थे (सारणी 5)।

वर्ष 2016-17 के लिए बैंकिंग सेवाओं में अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर सर्वेक्षण के परिणामों का विश्लेषण करने वाला आलेख भारतीय रिज़र्व बैंक बुलेटिन के नवंबर 2017 अंक में प्रकाशित किया जा रहा है।

अजीत प्रसाद
सहायक परामर्शदाता

प्रेस प्रकाशनी: 2017-2018/1207


तालिका 1: भारतीय बैंकों की समुद्रपारीय शाखाओं, सहायक संस्थाओं और भारत में परिचालित विदेशी बैंकों के रोजगार वितरण
  भारतीय बैंकों की विदेशों में कार्यरत शाखाएं विदेशी में कार्यरत भारतीय बैंकों की सहायक संस्थाएं भारत में विदेशी बैंकों की शाखांए
2015-16 2016-17 2015-16 2016-17 2015-16 2016-17
शाखाओं की कुल संख्या 189 192 310 325 317 286
कर्मचारियों की कुल संख्या 4,040 3,984 4,091 4,704 26,642 24,766
जिसमें से::            
स्थानीय 2,549 2,520 3,616 4,194 26,487 24,602
भारतीय 1,368 1,417 401 458
अन्य 123 47 74 52 155 164
टिप्पणी:
1. वित्तीय वर्ष -के अंत में भारतीय रिजर्व बैंक की संदर्भ दर का रुपया-अमेरिकी डॉलर रूपांतरण के लिए उपयोग किया जाता है।
2. कोष्ठकों में दिए गए आंकड़े संबंधित मद में वार्षिक वृद्धि का संकेत दशाते है।
3. वर्ष 2016-17 के लिए डेटा अनंतिम हैं।
4. एनए: लागू नहीं।
5. नोट्स सभी तालिकाओं के लिए लागू।

तालिका 2: भारतीय बैंकों की समुद्रपारीय शाखाओं, सहायक संस्थाओं और भारत में परिचालित विदेशी बैंकों के बैलेंस शीट की मदें (मार्च अंत तक)
मदें राशि बिलियन में राशि यूएस$ बिलियन में
2015-16 2016-17 2015-16 2016-17
भारतीय बैंकों की विदेशों में कार्यरत शाखाएं
बढ़ाया हुआ क्रेडिट 8,927.4 8,661.3 134.6 133.8
जुटाई गई जमाराशि 5,622.6 5,291.9 84.8 81.7
कुल परिसंपत्तियां/देयताएं 15,323.6 14,530.7 231.0 224.4
विदेशी में कार्यरत भारतीय बैंकों की सहायक संस्थाएं
बढ़ाया हुआ क्रेडिट 930.5 870.3 14.0 13.4
जुटाई गई जमाराशि 764.3 711.0 11.5 11.0
कुल परिसंपत्तियां/देयताएं 1,347.5 1,271.3 20.3 19.6
भारत में विदेशी बैंकों की शाखाएं
बढ़ाया हुआ क्रेडिट 3,777.6 3,421.6 56.9 52.8
जुटाई गई जमाराशि 4,576.9 4,640.2 69.0 71.7
कुल परिसंपत्तियां/देयताएं 8,172.7 8,075.2 123.2 124.7

तालिका 3: भारतीय बैंकों की समुद्रपारीय शाखाओं, सहायक संस्थाओं और भारत में विदेशी बैंकों की शाखाओं की आय और व्यय
(राशि बिलियन में)
मदें भारतीय बैंकों की विदेशों में कार्यरत शाखाएं विदेशी में कार्यरत भारतीय बैंकों की सहायक संस्थाएं भारत में विदेशी बैंकों की शाखाएं
2015-16 2016-17 2015-16 2016-17 2015-16 2016-17
आय 457.3 436.1 67.3 68.0 647.4 671.7
  (5.8) (-4.6) (14.1) (1.0) (0.0) (3.8)
जिसमें से;            
ब्याज आय 392.5 381.3 55.5 56.7 522.6 513.6
  (5.5) (-2.9) (18.1) (2.2) (4.5) (-1.7)
व्यय 419.4 453.0 62.8 67.7 498.1 514.8
  (31.6) (8.0) (29.8) (7.8) (1.8) (3.4)
जिसमें से;            
ब्याज व्यय 262.0 265.4 26.0 25.4 240.9 237.2
  (7.0) (1.3) (15.0) (-2.3) (1.8) (-1.5)

तालिका 4: भारतीय बैंकों की समुद्रपारीय शाखाओं और भारत में परिचालित विदेशी बैंकों की शाखाओं के बैंकिंग सेवा से शुल्क आय की गतिविधि-वार संरचना
(राशि बिलियन में)
बैंकिंग सेवा भारतीय बैंकों की विदेशों में कार्यरत शाखाएं भारत में परिचालित विदेशी बैंकों की शाखाएं
2015-16 2016-17 2015-16 2016-17
जमा खाता प्रबंधन सेवाएं 1.2 3.2 1.2 1.3
क्रेडिट से संबंधित सेवाएं 26.2 28.3 8.6 6.9
वित्तीय लीजिंग सेवाएँ 0.0 0.1 0.0 0.0
व्यापार वित्त संबंधित सेवाएं 13.7 20.2 11.8 11.1
भुगतान और धन प्रेषण सेवाएं 3.3 3.1 14.8 17.0
फंड प्रबंधन सेवाएं 0.0 0.0 4.5 4.3
वित्तीय कंसल्टेंसी और सलाहकार सेवाएं 0.7 0.4 6.8 7.5
हामीदारी सेवाएं 0.0 0.1 0.5 0.8
समाशोधन और निपटान सेवाएँ 0.5 0.5 0.8 0.5
डेरिवेटिव, स्टॉक, प्रतिभूति, विदेशी मुद्रा व्यापार सेवाएं 20.3 19.2 13.4 11.7
अन्य वित्तीय सेवाएं 20.9 18.9 8.2 10.2
कुल 86.8 94.0 70.6 71.3
(-7.4) (7.7) (-13.2) (13.0)

तालिका 5: भारतीय बैंकों की समुद्रपारीय शाखाओं और भारतीय बैंकों की सहायक संस्थाओं द्वारा प्रदान की जानेवाली देश-वार और गतिविधि-वार बैंकिंग सेवा
(राशि बिलियन में)
देश बैंकिंग सेवाओं में व्यापार कुल
डीएएम सीआरएस टीएफआर पीएमटी डीईआर अन्य सेवाएं सभी सेवाएं
2015-16 2016-17 2015-16 2016-17 2015-16 2016-17 2015-16 2016-17 2015-16 2016-17 2015-16 2016-17 2015-16 2016-17
भारतीय बैंकों की विदेशों में कार्यरत शाखाएं
बहरीन 0.0 0.0 1.1 1.3 1.4 0.9 0.0 0.0 0.2 0.3 1.0 0.9 3.9 3.3
हांगकांग 0.1 0.1 2.8 2.4 2.6 2.2 0.2 0.3 0.7 0.5 0.7 0.7 7.2 6.2
जापान 0.0 0.0 0.6 0.2 0.3 0.2 0.0 0.0 0.6 0.5 0.0 0.0 1.4 0.9
सिंगापुर 0.0 0.0 3.2 2.7 1.9 1.7 0.3 0.2 0.7 0.2 0.7 0.8 6.8 5.7
श्रीलंका 0.0 0.0 0.1 0.3 0.1 0.1 0.0 0.0 0.0 0.2 0.0 0.0 0.3 0.7
यूएई 0.7 0.5 3.7 3.4 3.0 2.2 0.2 0.1 0.8 1.2 0.8 0.6 9.0 8.0
यूके 0.1 0.1 10.4 13.9 1.6 1.5 0.1 0.0 17.4 15.9 18.5 16.8 48.0 48.2
यूएसए 0.1 0.0 1.5 1.0 1.1 1.1 1.3 1.4 0.0 0.0 0.2 0.1 4.1 3.7
अन्य देश 0.3 2.5 2.9 3.1 1.9 10.3 1.1 1.0 0.3 0.3 0.2 0.1 6.6 17.4
कुल 1.2 3.2 26.2 28.3 13.7 20.3 3.3 3.1 20.3 19.2 22.1 20.0 87.3 94.0
  भारतीय बैंकों की विदेशों में कार्यरत सहायक संस्थाएं
बोस्तवाना 0.5 0.0 0.1 0.0 0.1 0.1 0.1 0.1 0.0 0.0 0.0 0.0 0.8 0.2
कनाडा 0.1 0.2 0.4 0.5 0.1 0.1 0.1 0.0 0.0 0.1 0.0 0.1 0.7 1.0
रशिया 0.0 0.0 1.1 0.0 0.3 0.0 0.2 0.0 0.3 0.1 2.1 0.0 4.0 0.1
युके 0.0 0.0 0.1 0.1 0.0 0.2 0.0 0.1 0.0 0.2 0.0 1.8 0.1 2.4
अन्य देश 0.3 0.4 0.9 2.0 0.4 0.5 1.0 0.6 0.7 0.8 1.6 1.3 4.8 5.6
कुल 0.9 0.6 2.6 2.6 0.9 0.9 1.4 0.8 1.0 1.2 3.7 3.2 10.4 9.3
डीएएम: जमा खाता प्रबंधन सेवाएं
सीआरएस: क्रेडिट संबंधित सेवाएँ
टीएफआर: व्यापार वित्त संबंधित सेवाएं
पीएमटी: भुगतान और धन प्रेषण सेवाएं
डीईआर: डेरिवेटिव, स्टॉक, प्रतिभूति, विदेशी मुद्रा व्यापार सेवाएं

अनुबंध

सर्वेक्षण में शामिल बैंकिंग सेवाएं

बैंकिंग सेवाओं में जमा की स्वीकृति और ऋण देना (प्रमुख बैंकिंग सेवाएं), और अन्य वित्तीय सेवाओं में (पैरा-बैंकिंग सेवाएं) भुगतान सेवाएं, प्रतिभूति व्यापार, परिसंपत्ति प्रबंधन, वित्तीय सलाह, निपटान और समाशोधन सेवा आदि जैसी सेवाएं शामिल हैं वित्तीय बाजारों और गतिविधियों के आर्थिक एकीकरण के साथ बैंकिंग सेवाओं के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में काफी वृद्धि हुई है।

व्यापार और सेवा संबंधी सामान्य करार (जीएटीएस) ढांचे में किसी भी व्यावसायिक सेवा की सुपुर्दगी के चार अलग-अलग तरीकों की परिकल्पना की गई है जैसेकि 1ला तरीका – विदेशी सेवा, दूसरा तरीका - विदेशों में उपभोग, तीसरा तरीका - वाणिज्यिक उपस्थिति और मोड 4 था तरीका – वास्‍तविक व्यक्तियों की आवाजाही। तीसरे तरीके में, सेवा आयात करने वाले देश में बैंक की वाणिज्यिक उपस्थिति होती है और उसमें सेवा प्रदान की जाती है। व्यावसायिक उपस्थिति विभिन्न निवेश माध्यमों से हो सकती है जैसे प्रतिनिधि कार्यालय, शाखाएं, सहायक, सहयोगी कंपनी और संवाददाता।

इस सर्वेक्षण में शामिल बैंकिंग सेवाओं में वित्तीय सहायक सेवाएं शामिल हैं जैसे (i) जमा खाता प्रबंधन सेवाएं, (ii) क्रेडिट संबंधी सेवाएं, (iii) वित्तीय लीजिंग सेवाएं, (iv) व्यापार वित्त संबंधी सेवाएं, (v) भुगतान और धन अंतरण सेवाएं (vi) निधि प्रबंधन सेवाएं, (vii) वित्तीय परामर्श और सलाहकार सेवाएं, (viii) हामीदारी सेवाएं, (ix) समाशोधन और निपटान सेवाएं, और (x) व्युत्पन्न, स्टॉक, प्रतिभूति और विदेशी मुद्रा व्यापार सेवाएं। बैंकिंग व्यवसाय करते समय, बैंक परिचालन के देश के निवासियों के साथ-साथ उस देश के गैर-निवासियों की वित्तीय सेवाओं की जरूरतों को भी पूरा करते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, सर्वेक्षण में निवासियों और गैर-निवासियों को प्रदान की गई वित्तीय सेवाओं के विभाजन के साथ अलग-अलग जानकारी भी एकत्रित की गई है।

शामिल सेवाएँ:

  • जमा लेखा प्रबंधन सेवाओं में जमा खातों के रखरखाव के लिए खाता धारकों से वसूल या प्राप्त किया गया शुल्क और कमीशन जैसेकि चेक बुक के लिए शुल्क, इंटरनेट बैंकिंग के लिए शुल्क, ड्राफ्ट और प्रदान किए गए अन्य साधनों पर कमीशन, न्यूनतम शेष राशि को बनाए रखने के लिए जुर्माना, आदि और जमा खाताधारकों को लगाए गए अन्‍य शुल्क शामिल है।

  • क्रेडिट से संबंधित सेवाओं में क्रेडिट या ऋण संबंधी सेवाओं जैसे क्रेडिट प्रोसेसिंग शुल्क, देरी से अथवा गलती से किए गए भुगतान के लिए लगाया गया शुल्क और समय–पूर्व मोचन शुल्क शामिल है। सुविधा प्रभार और प्रबंधन शुल्क, ऋण शर्तों के पुनर्विचार के लिए शुल्क, बंधक शुल्क, इत्यादि की सूचना भी यहां दी जानी चाहिए।

  • वित्तीय लीजिंग सेवाओं में वित्तीय लीज अनुबंधों की व्यवस्था करने या अनुबंध के लिए प्राप्‍त शुल्क या कमीशन शामिल है। इसमें कार्यवाही से प्रत्यक्ष रूप से प्राप्त शुल्क या कटौती भी शामिल है।

  • ट्रेड वित्त से संबंधित सेवाओं में ट्रेड वित्त जैसे क्रेताओं और आपूर्तिकर्ताओं के क्रेडिट हेतु व्यवस्था करने के लिए वसूला जाने वाला कमीशन या शुल्क, स्टैंडबाई साख पत्रों, क्षतिपूर्ति (इंडेमनिटी) पत्र, क्रेडिट लाइन स्थापित/मूल रूप से शुरू करने, अनुरक्षित रखने या व्यवस्थित करने के लिए शुल्क, फैक्टरिंग सेवाओं के लिए शुल्क, बैंकर की स्वीकृति, वित्तीय गारंटी जारी करना, वचनबद्धता शुल्क, ट्रेड बिलों के लिए हैंडलिंग प्रभार शामिल हैं।

  • भुगतान और मुद्रा अंतरण सेवाओं में इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण सेवाएं जैसे स्विफ्ट, टीटी, वायर अंतरण आदि के लिए शुल्क या प्रभार शामिल हैं। एटीएम नेटवर्क सेवाएं, वार्षिक क्रेडिट/डेबिट कार्ड शुल्क, इंटरचेंज प्रभार, सेवा पॉइंट आदि के लिए शुल्क को भी यहां पर रिपोर्ट किया जाना है। इसके अतिरिक्त विदेशों में प्रेषण करने या विदेशों से प्रेषण प्राप्त करने के लिए ग्राहक से वसूले जाने वाले प्रभार को रिपोर्ट किया जाना है।

  • निधि प्रबंध सेवाओं में वित्तीय पोर्टफोलियो का प्रबंध करने या प्रशासित करने के लिए प्राप्त शुल्क या आय, सभी प्रकार की सामूहिक निवेश प्रबंधन, पेंशन निधि प्रबंधन, अभिरक्षीय, निक्षेपागार और न्यास सेवाएं शामिल हैं। शेयरों/इक्विटी की सुरक्षित अभिरक्षा के लिए कमीशन या शुल्क, कस्टोडियन खाते के लिए लेनदेन शुल्क, संप्रेषण लागत या कस्टोडियन खाते से संबंधित कोई अन्य शुल्क/प्रभार की भी रिपोर्ट की जानी चाहिए।

  • वित्तीय परामर्शी और सलाहकारी सेवाओं में एडवाइजरी, मध्यस्थता और क्रेडिट संदर्भ तथा विश्लेषण, अन्य सहायक वित्तीय सेवाएं जैसे पोर्टफोलियो अनुसंधान तथा सलाह, आमेलन और अधिग्रहण पर सलाह और कॉर्पोरेट पुनर्संरचना तथा कार्यनीति के लिए शुल्क शामिल है। शेयरों/इक्विटी के निजी प्लेसमेंट के लिए व्यवस्था/प्रबंधन शुल्क भी शामिल है।

  • हामीदारी सेवाओं में हामीदारी शुल्क, नई जारी प्रतिभूतियों के संपूर्ण या काफी बड़े हिस्से की खरीद और पुनर्बिक्री से प्राप्त होने वाली कमाई शामिल है।

  • समाशोधन और निपटान सेवाओं में प्रतिभूतियों, डेरिवेटिव उत्पादों और अन्य परक्राम्य लिखतों सहित वित्तीय परिसंपत्तियों के निपटान और समाशोधन संबंधी सेवाएं शामिल हैं।

  • डेरिवेटिव, स्टॉक, प्रतिभितियां, विदेशी विनिमय ट्रेडिंग सेवाओं में वित्तीय डेरिवेटिव लेनदेन करने, विनियोजन सेवाओं के लिए प्राप्त कमीशन, मार्जिन शुल्क आदि और उन्मोचन शुल्क शामिल है। विदेशी विनिमय ट्रेडिंग करने से बैंक के खाते और ग्राहक की ओर से प्राप्त कमाई को भी इस मद के अंतर्गत रिपोर्ट किया जाना है। विदेशी मुद्रा दलाली सेवाओं के लिए स्पष्ट दलाली शुल्क और कमीशन की भी रिपोर्ट की जानी है। डेरिवेटिव, स्टॉक, प्रतिभूतियों आदि में ट्रेडिंग करने के लिए बैंक के खाते में प्राप्त कमाई को रिपोर्ट नहीं किया जाना चाहिए।

भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग सेवा ट्रेड (टीजी-एसआईटीबीएस) की सांख्यिकी संबंधी तकनीकी समूह का गठन किया गया जिसमें वित्त मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय और बैंक के विभिन्न विभागों (आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग, बैंकिंग विनियमन विभाग तथा सांख्यिकी और सूचना प्रबंध विभाग) के सदस्य शामिल हैं।

टीजी-एसआईटीबीएस ने रिज़र्व बैंक में उपलब्ध आंकड़ों के विभिन्न स्रोतों की जांच करने के बाद वार्षिक सर्वेक्षणों के माध्यम से गतिविधि-वार अंतरराष्ट्रीय सेवा व्यापार के संग्रह की सिफारिश की और सुझाव दिया कि शुरुआत में भारत में परिचालनरत विदेशी बैंकों और विदेशी में अपना परिचालन करने वाली भारतीय बैंकों से बैंकिंग सेवाओं पर आंकड़ें एकत्र किए जाए। टीजी-एसआईटीबीएस ने यह भी सिफारिश की कि बैंकों के परामर्श से व्याख्यात्मक टिप्पणियों के साथ एक उचित प्रश्नावली तैयार/बनाई जानी चाहिए और उन्होंने सुझाव दिया कि वित्तीय वर्ष 2006-07 के लिए वार्षिक सर्वेक्षण जून 2007 तक कर लिए जाएं। तदनुसार, विदेशों में उपस्थिति रखने वाले प्रमुख भारतीय बैंकों और भारत में परिचालनरत विदेशी बैंकों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद एक सर्वेक्षण अनुसूची तैयार की गई।

2024
2023
2022
2021
2020
2019
2018
2017
2016
2015
2014
2013
2012
पुरालेख
Server 214
शीर्ष