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बैंकिंग प्रणाली का विनियामक

बैंक राष्‍ट्रीय वित्‍तीय प्रणाली की नींव होते हैं। बैंकिंग प्रणाली की सुरक्षा एवं सुदृढता को सुनिश्चित करने और वित्‍तीय स्थिरता को बनाए रखने तथा इस प्रणाली के प्रति जनता में विश्‍वास जगाने में केंद्रीय बैंक महत्‍वपूर्ण भूमिका अदा करता है।

प्रेस प्रकाशनी


बैंक ऋण का क्षेत्रवार विनियोजन – सितंबर 2017

31 अक्तूबर 2017

बैंक ऋण का क्षेत्रवार विनियोजन – सितंबर 2017

बैंक ऋण के क्षेत्रवार विनियोजन पर चयनित 41 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों से सितंबर 2017 माह के एकत्र आंकड़े जो सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों द्वारा विनियोजित कुल गैर-खाद्य ऋण में लगभग 90 प्रतिशत का हिस्‍सा रखते हैं, विवरण-। और विवरण-।। में दिए गए हैं।

बैंक ऋण के क्षेत्रवार विनियोजन के आंकड़ों के मुख्य अंश निम्‍नानुसार हैं :

  • वर्ष-दर-वर्ष (वाई-ओ-वाई) आधार पर, गैर-खाद्य बैंक ऋण में सितंबर 2016 में 10.8 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में सितंबर 2017 में 6.1 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई।

  • कृषि और संबद्ध क्रियाकलापों के लिए दिए गए ऋण में सितंबर 2016 में दर्ज 15.9 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना से कम, सितंबर 2017 में 5.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

  • उद्योग के लिए दिए गए ऋण में सितंबर 2016 में दर्ज 0.9 प्रतिशत की कमी की तुलना से सितंबर 2017 में 0.4 प्रतिशत तक की कमी हुई। जिन प्रमुख उप-क्षेत्रों में ऋण वृद्धि कम/संकुचित बनी रही, उनमें ‘बुनियादी सुविधा क्षेत्र’, ‘सभी प्रकार की अभियांत्रिकी’ और ‘वाहन,वाहनों के पुर्जे तथा परिवहन उपस्कर’ शामिल हैं। तथापि, ‘मूल धातु और धातु उत्पाद’, ‘वस्त्र’ और ‘खाद्य प्रसंस्करण’ में ऋण वृद्धि हुई।

  • सेवा क्षेत्र के लिए दिए गए ऋण में सितंबर 2016 में दर्ज 18.4 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में सितंबर 2017 में 7.0 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

  • वैयक्तिक ऋणों में सितंबर 2016 में हुई 19.7 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में सितंबर 2017 में 16.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

अजीत प्रसाद
सहायक परामर्शदाता

प्रेस प्रकाशनी: 2017-2018/1191

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