15 सितंबर 2017
वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही (अप्रैल- जून) के दौरान भारत के
भुगतान संतुलन की गतिविधियां
भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) पर 2017-18 की पहली तिमाही अर्थात अप्रैल-जून के लिए प्रारंभिक आंकड़े विवरण I (बीपीएम6 फार्मेट) और II (पुराने फार्मेट) में प्रस्तुत किए गए हैं।
वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं
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भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही के 0.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.1 प्रतिशत) और वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही के 3.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.6 प्रतिशत) से तेजी से बढ़कर वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में 14.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.4 प्रतिशत) हुआ।
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वर्ष-दर-वर्ष आधार पर चालू खाता घाटे का बढ़ना मुख्य रूप से उच्चतर व्यापार घाटे (41.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के कारण हुआ और यह निर्यात की तुलना में व्यापारिक वस्तुओं के आयात में ज्यादा वृद्धि से हुआ।
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मुख्यत: यात्रा, निर्माण और अन्य कारोबारी सेवाओं से प्राप्त निवल कमाई में वृद्धि होने से निवल सेवा प्राप्तियां वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 15.7 प्रतिशत से बढ़ गई।
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निजी अंतरण प्राप्तियां, जिनमें मुख्य रूपसे विदेशों में कार्यरत भारतीयों का विप्रेषण है, पिछले वर्ष की संबंधित तिमाही से 5.3 प्रतिशत बढकर 16.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर हुई।
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वित्तीय खाते में, निवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 2016-17 की पहली तिमाही के अपने स्तर से लगभग दुगना होकर वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में 7.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर हुआ।
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पिछले वर्ष की पहली तिमाही में 2.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में निवल पोर्टफोलियो निवेश में मुख्यत: ऋण खंड में 2017-18 की पहली तिमाही में 12.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ठोस अंतर्वाह रिकॉर्ड किया गया।
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अनिवासी जमाराशि के कारण निवल प्राप्तियां वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में 1.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही जोकि पिछले वर्ष के 1.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से कम रही।
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विदेशी मुद्रा भंडार (बीओपी आधार पर) में 2016-17 की पहली तिमाही के 7.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर और पिछली तिमाही के 7.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में 11.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक की अभिवृद्धि हुई (सारणी 1)
सारणी 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें |
(बिलियन अमेरिकी डॉलर) |
|
अप्रैल-जून 2017 प्रा. |
अप्रैल-जून 2016 |
|
जमा |
नामे |
निवल |
जमा |
नामे |
निवल |
क. चालू खाता |
140.5 |
154.8 |
-14.3 |
125.0 |
125.4 |
-0.4 |
1. माल |
73.7 |
114.9 |
-41.2 |
66.6 |
90.5 |
-23.8 |
जिसमें से : |
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|
|
|
|
|
पीओएल |
8.2 |
23.2 |
-15.1 |
6.8 |
19.0 |
-12.2 |
2. सेवा |
45.9 |
27.7 |
18.2 |
39.4 |
23.6 |
15.7 |
3. प्राथमिक आय |
4.8 |
10.6 |
-5.8 |
3.7 |
10.0 |
-6.3 |
4. द्वितीयक आय |
16.1 |
1.7 |
14.5 |
15.3 |
1.3 |
14.0 |
ख. पूंजी लेखा और वित्तीय लेखा |
155.2 |
141.3 |
14.0 |
129.2 |
129.0 |
0.2 |
जिसमें से : |
|
|
|
|
|
|
मुद्रा भंडार में परिवर्तन (वृद्धि (-)/कमी (+)) |
0.0 |
11.4 |
-11.4 |
0.0 |
7.0 |
-7.0 |
ग. भुल-चूक (-) (क + ख) |
0.4 |
|
0.4 |
0.2 |
|
0.2 |
प्रा : प्रारंभिक |
नोट : पूर्णांकन के कारण उप घटकों का योग कुल योग से भिन्न हो सकता है। |
जोस जे. कट्टूर
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2017-2018/752 |