3 फरवरी 2023
भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की स्थिति पर भारतीय रिज़र्व बैंक का वक्तव्य
मीडिया रिपोर्टों द्वारा एक कारोबारी समूह के प्रति भारतीय बैंकों के एक्सपोजर के संदर्भ में चिंता व्यक्त की गई है।
विनियामक और पर्यवेक्षक के रूप में, भारतीय रिज़र्व बैंक वित्तीय स्थिरता बनाए रखने की दृष्टि से बैंकिंग क्षेत्र और अलग-अलग बैंकों पर निरंतर निगरानी रखता है। भारतीय रिज़र्व बैंक के पास बड़े ऋण पर सूचना का केंद्रीय भंडार (सीआरआईएलसी) डेटाबेस प्रणाली है, जिस पर बैंक अपने ₹5 करोड़ और उससे अधिक के एक्सपोजर की रिपोर्ट करते हैं, जिसका उपयोग निगरानी से संबंधित उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक के वर्तमान मूल्यांकन के अनुसार, बैंकिंग क्षेत्र आघात सहनीय और स्थिर बना हुआ है। पूंजी पर्याप्तता, आस्ति गुणवत्ता, चलनिधि, प्रावधान कवरेज और लाभप्रदता से संबंधित विभिन्न मानदंड बेहतर हैं। बैंक, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी बृहद एक्सपोजर फ्रेमवर्क (एलईएफ) संबंधी दिशानिर्देशों का अनुपालन भी कर रहे हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक सदैव सतर्क रहता है और भारतीय बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता की निगरानी करता रहता है।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2022-2023/1668 |