25 मार्च 2022
भुगतान प्रणाली स्पर्श बिन्दुओं (टच पॉइंट्स) की जियो-टैगिंग के लिए फ्रेमवर्क
8 अक्तूबर 2021 को द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य 2021-22 के साथ जारी विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य में घोषणा किए अनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने आज भुगतान प्रणाली टच पॉइंट्स की जियो-टैगिंग के लिए फ्रेमवर्क जारी किया है।
आरबीआई का ध्यान डिजिटल भुगतान को गहन बनाने और देश के सभी नागरिकों को समावेशी एक्सेस प्रदान करने पर केंद्रित है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, यह अनिवार्य है कि देश के कोने-कोने में मजबूत भुगतान स्वीकृति अवसंरचना उपलब्ध और सुलभ हो। भुगतान प्रणाली टच पॉइंट्स की जियो-टैगिंग से प्वाइंट्स ऑफ सेल (पीओएस) टर्मिनलों, क्विक रिस्पांस (क्यूआर) कोड आदि जैसे भुगतान स्वीकृति अवसंरचना की उपलब्धता की उचित निगरानी की जा सकेगी। बदले में, इस तरह की निगरानी भुगतान अवसंरचना के वितरण को इष्टतम बनाने के लिए नीतिगत मध्यक्षेप का समर्थन करेगी।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2021-2022/1914 |