21 जनवरी 2022
रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर सं. 03/2022:
भारत के बाह्य वाणिज्यिक उधार: निर्धारक तत्व और इष्टतम बचाव अनुपात
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर “भारत के बाह्य वाणिज्यिक उधार: निर्धारक तत्व और इष्टतम बचाव अनुपात" शीर्षक से एक वर्किंग पेपर* रखा। पेपर का लेखन रंजीव ने किया है।
यह पेपर भारत में फर्मों द्वारा लिए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) के निर्धारक तत्वों की जांच करता है और ईसीबी पोर्टफोलियो के लिए एक इष्टतम बचाव अनुपात की पहचान करता है। इसमें यह पता चलता है कि जारी किए गए ईसीबी पर, भारतीय रुपये के मूल्यह्रास का लघु और लंबे समय में प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। विदेशी मुद्रा बाजार में उच्च अस्थिरता की अवधि के लिए ईसीबी पोर्टफोलियो के लिए इष्टतम बचाव अनुपात 63 प्रतिशत अनुमानित है।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2021-2022/1583
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