17 नवंबर 2020
रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब
06 अगस्त 2020 को रिज़र्व बैंक ने विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर अपने मौद्रिक नीति वक्तव्य में, घोषित किया था कि बैंक प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर और एक वातावरण तैयार कर वित्तीय क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब (आरबीआईएच) की स्थापना करेगा।
आरबीआईएच को एक गवर्नर काउंसिल (जीसी) के अध्यक्ष द्वारा निर्देशित और प्रबंधित किया जाएगा। रिज़र्व बैंक ने श्री सेनापति (क्रिस) गोपालकृष्णन, सह-संस्थापक और पूर्व सह-अध्यक्ष, इंफोसिस को आरबीआईएच का पहला अध्यक्ष नियुक्त किया है। श्री गोपालकृष्णन वर्तमान में स्टार्ट-अप विलेज, स्टार्ट-अप के लिए इंनक्यूबैशन हब, के मुख्य संरक्षक हैं। गवर्निंग काउंसिल के अन्य सदस्य निम्नानुसार हैं-
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मुख्य कार्यकारी अधिकारी - नियुक्त किया जाना है
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प्रो. अशोक झुनझुनवाला, संस्थान प्रोफेसर, आईआईटी, मद्रास
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प्रो.एच.कृष्णमूर्ति, प्रधान अनुसंधान वैज्ञानिक, आईआईएससी, बेंगलुरु
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श्री गोपाल श्रीनिवासन, सीएमडी, टीवीएस कैपिटल फंड्स
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श्री ए.पी. होता, पूर्व सीईओ, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया
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श्री मृत्युंजय महापात्रा, पूर्व एमडी और सीईओ, सिंडिकेट बैंक
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श्री टी. रबी शंकर, कार्यपालक निदेशक, आरबीआई (पदेन)
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श्री दीपक कुमार, मुमप्र, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, आरबीआई (पदेन)
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श्रीमती के.निखिला, निदेशक, इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट एंड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्नोलॉजी, हैदराबाद (पदेन)
आरबीआईएच एक इको-सिस्टम सृजित करेगा जो वित्तीय सेवाओं और उत्पादों तक पहुंच को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करेगा। इससे वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। हब वित्तीय क्षेत्र के संस्थानों, प्रौद्योगिकी उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग करेगा और विचारों के आदान-प्रदान और वित्तीय नवाचारों से संबंधित प्रोटोटाइप के विकास के लिए प्रयासों का समन्वय करेगा। यह फिनटेक रिसर्च को बढ़ावा देने और इनोवेटर्स और स्टार्ट-अप के साथ जुड़ाव को आसान बनाने के लिए आंतरिक बुनियादी ढांचे का विकास करेगा।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2020-2021/639 |