15 फरवरी 2020
भारतीय रिज़र्व बैंक के केंद्रीय निदेशक बोर्ड को वित्त मंत्री का संबोधन
भारतीय रिज़र्व बैंक के केंद्रीय निदेशक बोर्ड की 582 वीं बैठक आज नई दिल्ली में आयोजित की गई।
माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बोर्ड के निदेशकों को संबोधित किया। माननीय वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में केंद्रीय बजट 2020-21 के पीछे की सोच और सरकार के केंद्रित क्षेत्रों को रेखांकित किया। वित्त मंत्री ने वृद्धि चिंताओं को दूर करने के लिए रिज़र्व बैंक और सरकार के बीच नीतिगत बढ़ती संपूरकता की ओर संकेत किया। बजट पर वित्त मंत्री की तारीफ करते हुए, बोर्ड के सदस्यों ने सरकार के विचारार्थ कई सुझाव प्रस्तुत किए।
केंद्रीय वित्त मंत्री के साथ श्री अनुराग सिंह ठाकुर, वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री, श्री तुहिन कांता पांडे, सचिव (निवेश और सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन), डॉ. टी.वी सोमनाथन, सचिव (व्यय) और डॉ. कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन, मुख्य आर्थिक सलाहकार उपस्थित थे।
बोर्ड ने अपनी बैठक में वर्तमान आर्थिक स्थिति, वैश्विक और घरेलू चुनौतियों और रिज़र्व बैंक के परिचालनों के विभिन्न क्षेत्रों की समीक्षा की। बोर्ड ने रिज़र्व बैंक के वित्तीय वर्ष, जो वर्तमान में जुलाई-जून है, को वर्ष 2020-21 से सरकार के वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) के साथ संरेखित करने की सिफारिश की और सरकार को इस पर विचार करने के लिए एक प्रस्ताव प्रेषित करने के लिए स्वीकृति प्रदान की।
श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर ने केंद्रीय बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की। उप गवर्नर श्री बी. पी. कानूनगो, श्री महेश कुमार जैन और डॉ. एम. डी. पात्र और केन्द्रीय बोर्ड के अन्य निदेशक – श्री नटराजन चंद्रसेकरन, श्री भरत एन. दोशी, श्री सुधीर मांकड, श्री मनीष सभरवाल, डॉ. प्रसन्न कुमार मोहंती, श्री दिलीप एस संघवी,श्री सतीश के. मराठे, श्री एस गुरुमूर्ति, सुश्री रेवती अय्यर और प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी बैठक में उपस्थित रहे। केंद्रीय बोर्ड में भारत सरकार के निदेशक श्री राजीव कुमार, वित्त सचिव एवं सचिव (वित्तीय सेवाएं) और श्री अतनु चक्रवर्ती, सचिव (आर्थिक मामले) भी बैठक में उपस्थित रहे।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2019-2020/1956 |