08 नवंबर 2019
"सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों में ईमानदारी को बढ़ावा देना" पर श्री विनोद राय का व्याख्यान
"ईमानदारी - जीवन का पथ" इस विषय को लेकर भारतीय रिज़र्व बैंक ने इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया। केंद्रीय कार्यालय और क्षेत्रीय कार्यालय स्तरों पर समारोह के भाग के रूप में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रमों की अगली कड़ी के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज भारत के पूर्व सीएजी श्री विनोद राय द्वारा "सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों में ईमानदारी को बढ़ावा देना" पर एक व्याख्यान का आयोजन किया। गवर्नर श्री शक्तिकांत दास ने अपने परिचयात्मक संबोधन में पारदर्शी, जवाबदेह और नैतिकता से प्रेरित आंतरिक अनुशासन के प्रति भारतीय रिज़र्व बैंक की प्रतिबद्धता के बारे में बताया।
श्री विनोद राय ने अपने संबोधन में कहा कि ईमानदारी को बढ़ावा देने से एक संगठनात्मक संस्कृति या परिवेश का विकास और रखरखाव होता है जो नैतिक व्यवहार का समर्थन करता है। इसमें सुस्पष्ट व्यक्तिगत आचरण की उम्मीदें और यह सुनिश्चित करना शामिल है कि नैतिक व्यवहार का समर्थन करने के लिए सार्वजनिक प्राधिकरण के पास मजबूत प्रणालियाँ, नीतियाँ और प्रक्रियाएँ हों। महत्वपूर्ण रूप से सार्वजनिक प्राधिकरणों को व्यक्तिगत कर्मचारियों के नैतिक आचरण और अच्छे संगठनात्मक अनुशासन दोनों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
(योगेश दयाल)
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी: 2019-2020/1152 |