यद्यपि यह भूमिका हमारी गतिविधियों का एक ऐसा पहलू है, जिसके संबंध में स्पष्ट रूप से कहीं उल्लेख तो नहीं है, किंतु अति महत्वपूर्ण गतिविधियों की श्रेणी में इसकी गिनती की जाती है। इसके अंतर्गत अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों को ऋण उपलब्धता सुनिश्चित करना, देश की वित्तीय मूलभूत संरचना के निर्माण हेतु संस्थाओं की स्थापना करना, किफायती वित्तीय सेवाओं की सुलभता बढ़ाना तथा वित्तीय शिक्षण एवं साक्षरता को बढ़ावा देना आदि शामिल हैं।
भारिबैं/2019-20/131 विवि.गैबैंविक(नीप्र)कंपरि.सं.107/03.10.001/2019-20
31 दिसंबर 2019
सभी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ
महोदया/महोदय
प्रतिभूतीकरण लेनदेन पर एनबीएफसी के लिए दिशा-निर्देशों में छूट को आगे बढ़ाना
कृपया “प्रतिभूतीकरण लेनदेन पर एनबीएफसी के लिए दिशा-निर्देशों में छूट” विषय पर 29 नवम्बर 2018 के परिपत्र विवि.गैबैंविक(नीप्र)कंपरि.सं. 95/03.10.001/2018-19 तथा छूट की तिथि को 31 दिसंबर 2019 तक आगे बढ़ाने संबंधी दिनांक 29 मई 2019 के परिपत्र संख्या विवि.गैबैंविक(नीप्र)कंपरि.सं. 100/03.10.001/2018-19 का संदर्भ ग्रहण करें।
2. समीक्षा के उपरांत यह निर्णय लिया गया है कि उक्त के माध्यम से प्रदत्त छूट को 30 जून 2020 तक आगे बढ़ाया जाता है | प्रतिभूतिकरण और प्रत्यक्ष प्रदत्त लेनदेन को संचालित करने वाले दिशानिर्देश यथावत रहेंगे।
भवदीय,
(चन्दन कुमार) महाप्रबंधक